नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से ED की पूछताछ के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस के विरोध-प्रदर्शन के दौरान बुधवार को कांग्रेस के 5 सांसदों समेत 240 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया. यह बात दिल्ली पुलिस ने कही. विशेष पुलिस आयुक्त (कानून और आदेश) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि पुलिस के कानूनी निर्देशों के उल्लंघन के लिए दिल्ली पुलिस अधिनियम की धारा 65 के तहत कुल 240 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया, जिनमें 4 लोकसभा सांसद और एक राज्यसभा सदस्य शामिल हैं.

कांग्रेस नेताओं ने अशांति पैदा करने की कोशिश की- स्पेशल सीपी

विशेष पुलिस आयुक्त (कानून और आदेश) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि जब से राहुल गांधी से सोमवार को पूछताछ शुरू हुई है, तब से कई कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों और पुलिस के लिखित संदेश की अवहेलना करते हुए बार-बार सार्वजनिक अशांति पैदा करने की कोशिश की है कि इस तरह के जुलूसों को केवल जंतर-मंतर जैसे निर्दिष्ट क्षेत्रों में ही अनुमति दी जाती है.

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों को दिया धक्का- पुलिस अधिकारी

स्पेशल सीपी ने कहा कि आज भी कांग्रेस के कुछ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय से जुलूस निकालने की कोशिश की. पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों को धक्का दिया और उनके साथ मारपीट की और पुलिस बैरिकेड्स को क्षतिग्रस्त कर दिया. उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण के दौरान कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं, लेकिन उन्होंने स्थिति को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करके अत्यंत संयम और शांति बनाए रखी. उन्होंने कहा कि कुछ बदमाशों ने क्यू प्वाइंट के पास कुछ टायर भी जला दिए, जिससे जनता में दहशत फैल गई और व्यस्त सड़क पर जाम लग गया. पार्टी नेताओं और समर्थकों के ऐसे अवैध कृत्यों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

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कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई

इधर कांग्रेस ने बुधवार को एक स्थानीय पुलिस थाने में दिल्ली पुलिस के उन अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिन्होंने विरोध-प्रदर्शन के दौरान पार्टी सदस्यों के साथ कथित तौर पर मारपीट की. शिकायत नई दिल्ली जिले के तुगलक रोड पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई. अविनाश पांडे, हरीश चौधरी, प्रणव झा और चल्ला वामशी रेड्डी सहित वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसीपी और स्टेशन हाउस ऑफिसर से मुलाकात की और एक विस्तृत लिखित शिकायत पेश की, जिसमें पार्टी मुख्यालय में प्रवेश करने और कार्यकर्ताओं पर हमला करने के संबंध में दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की अवैध कार्रवाई के बारे में बताया गया.

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सुरजेवाला ने दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार पर लगाए आरोप

इससे पहले बुधवार को कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया था कि दिल्ली पुलिस के जवान पार्टी मुख्यालय के परिसर में घुसे और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया. घटना से नाराज पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने घटना के तुरंत बाद एक विशेष मीडिया ब्रीफिंग की. उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से आपराधिक अतिचार है. गुंडागर्दी और दिल्ली पुलिस अपने चरम पर पहुंच गई है. हम लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर रहे हैं, लेकिन यह गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसका हिसाब होगा. सभी पुलिस अधिकारी कठपुतली के रूप में काम कर रहे हैं. हम दीवानी और आपराधिक दोनों मुकदमों के लिए उचित कार्रवाई करेंगे.

दिल्ली पुलिस ने आरोपों को किया खारिज

रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दिल्ली पुलिस के उन सभी अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की भी मांग की, जिन्होंने जबरन कांग्रेस मुख्यालय में प्रवेश करके आपराधिक अतिचार किया है. उन्होंने कहा कि हम उनके निलंबन और मामले की जांच की मांग करते हैं. वहीं दिल्ली पुलिस ने ऐसे सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह झूठी खबर है और ऐसी कोई घटना नहीं हुई.