नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण पूरे देश में फैल रहा है. दिल्ली की हालत भी दिनोंदिन गंभीर होती जा रही है. वहीं एक बार फिर दिल्ली के अस्पताल हॉट स्पॉट बनने लगे हैं. बीते कुछ दिन में ही एक के बाद एक 5 बड़े अस्पतालों में कई डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं. सफदरजंग अस्पताल में 23, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में 15, आरएमएल में 11, एम्स के ट्रॉमा सेंटर में 6 और मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के 4 रेजिडेंट डॉक्टर कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं. इन पांचों को मिलाकर दिल्ली में करीब 59 डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी कोरोना संक्रमित मिले हैं, जबकि इन अस्पतालों में करीब 80 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारियों की रिपोर्ट आनी बाकी है.

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सफदरजंग अस्पताल में दो सीनियर डॉक्टर भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. वहीं 3 डॉक्टर बाल रोग विभाग से हैं, जिनकी रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. फिलहाल इन संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों का सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है, ताकि पता लगाया जा सके कि ये ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित हैं या फिर किसी और वेरिएंट से. इधर सभी अस्पतालों ने अपने यहां के संक्रमित कर्मचारियों की जानकारी देने से इंकार कर दिया है. फिर भी सूत्रों से इनकी जानकारी मिली है.

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मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के आरडीए अध्यक्ष डॉ. अविरल ने बताया कि उनके यहां काफी पीजी डॉक्टर कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं. इन सभी में संक्रमण का असर हल्का है, लेकिन यह काफी तेजी से फैल रहा है. सफदरजंग अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनके यहां सोमवार सुबह तक 23 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं. इनमें ज्यादातर रेजिडेंट, वरिष्ठ डॉक्टर और नर्स हैं. इनमें से 3 को अस्पताल में ही भर्ती किया गया है, जबकि बाकी होम आइसोलेट हैं. दिल्ली एम्स के ट्रॉमा सेंटर में कार्यरत 6 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं, जिनमें डॉक्टर भी शामिल हैं. लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनके यहां करीब 15 लोग कोरोना संक्रमित हैं.

 

सर गंगाराम अस्पताल में मोनोक्लोनल कॉकटेल थेरेपी

दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में सोमवार को 26 कोरोना संक्रमित मरीजों को मोनोक्लोनल कॉकटेल थेरेपी दी गई. ये थेरेपी उच्च जोखिम वाले कोरोना मरीजों के लिए अब तक सबसे उपयुक्त माना गया है.