नीरज काकोटिया, बालाघाट। जिले के वारासिवनी परिक्षेत्र में पिछले 17 मार्च को चनई नदी में एक बाघ का शव मिला था। जिसके नाखून और दांत गायब थे। इस मामले में पुलिस छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वन विभाग ने शव बरामद कर अंतिम संस्कार के बाद अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।
पीएम रिपोर्ट में बाघ की मौत का कारण करंट से शिकार करना सामने आया था। दरअसल, आरोपियों ने जंगली सूअर का शिकार करने की मंशा से खेत में करंट बिछाया था। लेकिन बाघ उसकी चपेट में आ गया। जांच टीम ने मुखबिर की सूचना और सीडीआर के माध्यम से आरोपियों को हिरासत में लेकर उनसे कड़ी पूछताछ की।
पूछताछ में आरोपियों ने कबूला अपना गुनाह
पूछताछ में आरोपियों ने बाघ का शिकार करना स्वीकार किया। आरोपियों ने बताया कि मृत बाघ के नाखून और दांत निकालने के बाद बाघ के शव को नदी में बहा दिया था। उन्होंने 11 मार्च की रात में बाघ का शिकार किया था। जांच टीम ने आरोपियों के पास से जीआई तार, बांस की खूंटी, वायर और बाघ के अवशेष जब्त किए हैं।
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