नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है. सरकार करीब 6 करोड़ों कर्मचारी भविष्य निधि खातों (ईपीएफ) अंशधारकों के खाते में ब्याज का पैसा भेजेगी. जानकारी के मुताबिक, दिसंबर के अंत तक एकमुश्त 8.5 प्रतिशत का ब्याज डालेगा. इससे पहले सितंबर में श्रम मंत्री संतोष गंगवार की अगुवाई में न्यासियों की बैठक हुई थी. इसमें ईपीएफओ ने ब्याज को 8.15 प्रतिशत और 0.35 प्रतिशत की दो किस्तों में डालने का फैसला किया था.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रम मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को 2019-20 के लिए ईपीएफ में एकमुश्त 8.5 प्रतिशत का ब्याज डालने का प्रस्ताव भेजा है. यह प्रस्ताव इसी महीने भेजा गया है. इस प्रस्ताव पर वित्त मंत्रालय की मंजूरी कुछ दिन में मिलने की उम्मीद है. ऐसे में अंशधारकों के खातों में ब्याज इसी महीने डाला जाएगा.

बता दें कि श्रम मंत्री गंगवार की अगुवाई वाले ईपीएफओ के निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) की मार्च में बैठक हुई थी. इसमें 2019-20 के लिए ईपीएफ पर 8.5 प्रतिशत ब्याज दर को मंजूरी दी गई थी. बैठक में 8.5 प्रतिशत ब्याज देने की प्रतिबद्धता को पूरा करने का फैसला किया गया था, लेकिन इसके साथ ही सीबीटी ने तय किया था कि 8.5 प्रतिशत के ब्याज को दो किस्तों 8.15 प्रतिशत और 0.35 प्रतिशत में अंशधारकों के खातों में डाला जाएगा.