हाकिम नासिर, महासमुंद. 15 लाख की लूट का मामला फर्जी निकला है. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 1 महिला सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन सभी को गिरफ्तारी के बाद जेल भेज दिया गया. इस मामले में शिकायतकर्ता ने ही फर्जी लूट की साजिश रची थी.

महासमुंद जिला के थानाक्षेत्र सरायपाली के पतेरापाली से 15 लाख रुपए की फर्जी लूट का सनसनीखेज मामला सामने आया है. ग्राम खरखरी का सरपंच लक्ष्मण प्रधान अपने परिवार और कुछ साथियों के साथ मिलकर इसी महीने की 23 तारीख को अपनी ही लूट की साजिश रची और थाने में जाकर लूट की घटना का एफआईआर भी दर्ज कराया.

बता दें कि पिछले सरपंच चुनाव में ग्राम खरखरी का सरपंच चुनाव लड़ने के लिए पैसे की जरूरत की वजह से पतेरापाली निवासी नारायण साहू के पास अपनी 3 एकड़ जमीन 8 लाख रुपए में बेची थी और सौदा हुआ था 15 लाख 20 हजार रूपए में वो जमीन वापस करेगा. पैतृक जमीन होने की वजह से लक्ष्‍मण को जमीन से लगाव था और वो उस जमीन को वापस पाना चाहता था. लेकिन पैसे ना होने और कर्ज से दबे होने की वजह से उसनें ऐसा षडयंत्र रचा.

घटना वाले दिन ग्राम खरखरी सरपंच लक्ष्‍मण प्रधान अपनी पत्नी पिंकी प्रधान, मां देवकी प्रधान, ससुर सीताराम और बच्‍चों के साथ किराए की मारूती वैन से ग्राम पतेरापाली के लिए रवाना हुआ. ग्राम पतेरापाली में नारायण साहू के घर पहुंच कर अपने सहयोगी महेंद्र भीम और उसके साथी से योजना के अनुरूप बाइक पर आकर अपने पास रखे रकम की लूट करा दी और शोर मचाने लगे. शोर सुनकर नारायण साहू भी बाहर आ गया और योजना के मुताबिक सरायपाली थाने में जाकर मामले का एफआईआर भी दर्ज करा दिया.

जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की पड़ताल शुरू की. इस पड़ताल के दौरान पुलिस ने परिवार के सदस्यों से अलग-अलग पूछताछ की. इस पूछताछ में सभी सदस्यों के बयान में काफी विरोधाभास था. जिस पर पुलिस ने इनसे सख्ती से पूछताछ की तो ये टूट गए और फिर पूरे मामले का खुलासा हुआ. पूछताछ में सरपंच ने बताया कि उन्होंने प्‍लाई को नोट के आकार का काटकर उसके आगे और पीछे नोट चिपकाया था, जिससे लगे कि रकम 15 लाख है.

बहरहाल पुलिस ने इस मामले के खुलासे के बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.