रायपुर। नवा रायपुर में आज किसानों ने आंदोलन के 60वें दिन आज पैदल मार्च किया. किसानों के पैदल मार्च को देखते हुई हजारों की संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी. पुलिस ने एनआरडीए परिसर और मंत्रालय को छावनी में बदल दिया था. किसानों ने एनआरडीए स्थित धरना स्थल दोपहर में पैदल मार्च किया.

हजारों की संख्या में युवाओं और महिलाओं के साथ किसान मंत्रालय की ओर से रवाना हुए, लेकिन कुछ ही दूर जाने के बाद पुलिस ने उन्हें रोक दिया. हालांकि बैरिकेड्स को लांघकर किसान आगे बढ़ गए, लेकिन पुलिस ने उन्हें फिर से रोक दिया. इसके बाद किसान वहीं धरने पर बैठ गए हैं.

किसानों के आवेदन स्वीकार करने के लिए विशेष रूप अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी. 27 गांवों के लिए अलग-अलट स्टॉल लगाए थे. जहां पर किसानों ने अपना अपील प्रस्तुत किया. किसानों ने मुख्य रूप से 2022 तक 18 वर्ष पूर्ण करने वाले युवाओं को 12 वर्गफीट भूखंड और 27 गांवों के सभी लोगों को आवासीय पट्टा देने की मांग की.

बता दें कि नवा रायपुर के प्रभावित 27 गांवों के किसान अपनी मांगों को लेकर पिछले 60 दिन से आंदोलन कर रहे हैं. किसानों से चर्चा के लिए सरकार ने कृषि मंत्री चौबे की अध्यक्षता में मंत्रियों की समिति बनाई है. इसमें वन मंत्री मोहम्मद अकबर और शिव डहरिया के साथ विधायक धनेंद्र साहू भी शामिल हैं.

इसके पहले किसानों ने राकेश टिकैत को अपने आंदोलन में आमंत्रित किया था. राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद रायपुर आने की बात कही थी.