रमेश सिन्हा, पिथौरा. उल्टी दस्त से केसरपुर में करीब पूरा गांव पीड़ित हो गया है. इनमे 13 बच्चों सहित कुल 39 मरीजों को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया है. जहां सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. वहीं आज एक 4 साल की मासूम ने निजी चिकित्सक के इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है.

बता दें कि, पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम केशरपुर में डायरिया का प्रकोप देखने को मिल रहा है. इसका कारण ग्रामीणों द्वारा टंकी के दूषित पानी के सेवन को बताया जा रहा है. बताया जाता है केशरपुर ग्राम के एक मुहल्ले निचेपरा में कुछ वर्षों से पेयजल टंकी की सफाई नहीं की गई थी. जिससे इसका पानी प्रदूषित हो गया था. कुछ दिन पूर्व तक इस पानी से किसी-किसी ग्रामीण को दस्त की शिकायत थी. वे स्थानीय स्तर पर ठीक होते रहे. लेकिन शनिवार से अचानक एक ही मुहल्ले के 61 ग्रामीण डायरिया की चपेट में आ गए. जिन्हें समीप के बम्हनी और पिरदा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराकर उपचार किया जा रहा है.

खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ तारा अग्रवाल ने बताया कि ग्राम कंचनपुर और सलडीह में पूरी तरह स्थिति नियंत्रण में है. अब प्रदूषित पानी के सेवन से केशरपुर के 61 ग्रामीण डायरिया की चपेट में है. इनमें 13 बच्चे शामिल हैं. अभी पिथौरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 35 पिरदा में 10 और बम्हनी के शासकीय स्वास्थ्य केंद्र में 5 मरीज भर्ती हैं. सभी का उपचार जारी है. सभी की हालत खतरे से बाहर है. जिनकी जल्द ही छुट्टी कर दी जाएगी. डॉ तारा ने आगे बताया कि क्षेत्र में डायरिया के प्रकोप को देखते हुए जिले से आई एक स्वास्थ्य टीम ने ग्राम से पानी का सैम्पल और मरीजों के स्टूल सैम्पल लिए हैं. जिसकी रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

पिथौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगातार बढ़ते मरीजों को देखते हुए यहां अतिरिक्त बेड लगाए गए हैं. सभी मरीजों का तत्काल उपचार हो, ऐसी व्यवस्था की गई है. इसके अलावा डॉ तारा अग्रवाल ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे भोजब ताजा और गर्म ही करें. हाथ बार-बार धोएं और पानी उबाल कर पिएं. जिससे वे खुद को बीमारियों से सुरक्षित रख सकेंगे. वही गांव मे स्थानीय स्तर में स्वास्थ्य विभाग की 6 लोगों की टीम गठित कर स्वास्थ्य विभाग नजर बनाई हुई है.