रायपुर। राजधानी रायपुर के सड्डू में करीब 19 एकड़ के क्षेत्र में विकसित किए जा रहे एजुकेशन सिटी के प्रयास आवासीय विद्यालय में छात्रों को ऑनलाईन परीक्षा और इसकी तैयारी के लिए हाईटेक सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है। यहां कलेक्टर श्री ओ.पी.चौधरी के निर्देशन पर सेवन जेनेरेशन के 65 कम्प्यूटर से युक्त लैब के साथ ही इंटरनेट के लिए 40एमबीपीएस क्षमता की लीजलाईन के अलावा चिप्स के सहयोग से रेडियो फ्रिक्वेंसी आरएफ की व्यवस्था भी की जा रही है जिससे कभी आप्टिकल फाइवर के कट जाने से भी इंटरनेट कनेक्टिवी बाधित नही हो सकेगी। इससे यहां अध्यनरत छात्र जीई एडवांस, एम्स जैसी अन्य राष्ट्रीय स्तर की ऑनलाईन परीक्षाओं की बेहतर तरीके से तैयारी कर सकेंगे और परीक्षा दे सकेंगे। कलेक्टर ओ.पी.चौधरी ने सोमवार को सड्डू पहुंचकर यहां बन रहे प्रयास विद्यालय भवन के अंतिम चरण के कार्यो का जायजा लिया और उन्हें शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश निर्माण एजेन्सियों को दिए।
आपको बता दे कि सडडू में करीब 19 एकड़ क्षेत्र में एजुकेशन सिटी का निर्माण किया जा रहा है। इस शैक्षणिक परिसर में 500 बच्चों की क्षमता वाले प्रयास आवासीय विद्यालय का निर्माण किया गया है। इस विद्यालय में छात्रों को अध्ययन के लिए बेहतर माहौल प्रदान करने के लिए आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। यहां सेवन जेनेरेशन के 65 आधुनिक कम्प्यूटर से युक्त एक सुसज्जित लैब बनायी गई है जहां लीजलाईन के अलावा आरएफ से भी इंटरनेट की कनेक्टिविटी सुनिष्चित की जा रही है। इसके साथ ही इंटरनेट व इंटेरेक्टिव बोर्ड युक्त 10 क्लासों को स्मार्ट क्लास बनाया गया है जहां छात्र आधुनिक तरीके से पाठ्यक्रम का अध्ययन कर सकेंगे। इसके अलावा पूरे विद्यालय भवन को महापुरूष की फोटो उनके विचारों और सिद्धातों से क्लरफूल बनाया गया ताकि बच्चें प्रतिदिन इन्हें देखकर मोटिवेट हो सकें और उन्हें एक क्लरफूल वातावरण मुहैया हो सके। इसके अलावा विद्यालय परिसर में खेल सुविधाओं के लिए बैडमिंटन और बास्केट बॉल कोर्ट भी बनाया गया है। बच्चों के लिए ओपन एयर जिम के साथ ही बैठने के लिए गजिबों का निर्माण किया गया है। पूरे परिसर को हरा-भरा ऑक्सीजोन के रूप में विकसित किया जा रहा है। पूरे परिसर में पाथवे का निर्माण जहां वे वाकिंग जागिंक कर सकेंगे। प्रकाश के लिए कैम्पस में स्ट्रीट लाईट भी लगायी गई है। इस एजुकेशन सिटी में प्रयास विद्यालय के अलावा अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास तथा अल्पसंख्यक छात्रों के लिए हॉस्टल का निर्माण भी किया जा रहा है।