आशुतोष तिवारी, जगदलपुर. बस्तर विश्वविद्यालय में कंप्यूटर खरीदी मामले में सालों के बाद जांच होने पर भी मामला अब तक अनसुलझा है. जिससे अब भी विश्वविद्यालय के एक कमरे में 65 कंप्यूटर बंद पड़े हैं. जिसके इस्तेमाल को लेकर अब तक संशय बरकार है.

बता दें कि, पिछले कुलपति के कार्यकाल के दौरान गड़बड़ी के आरोप लगने पर 65 कंप्यूटर की खरीदी की जांच शुरू की गई थी. हाल ही में राज्यपाल ने इस मामले में भुगतान के निर्देश दिए थे. लेकिन कार्यपरिषद में मामला आने के बाद फिर एक बार फंस गया है. राज्यपाल द्वारा गठित जांच कमेटी में सप्लायर को क्लीन चिट दिए जाने के बाद कार्यपरिषद ने इस मामले को महालेखाकार तक भेजने के बाद ही भुगतान करने की प्रक्रिया को करने के निर्देश विश्वविद्यालय को दिए हैं.

ऐसे में यह मामला और भी उलझता जा रहा है जांच में ना तो यह साबित हो रहा है कि पिछले कुलपति ने खरीदी में किसी तरह की अनियमितता की थी. और ना ही इन कंप्यूटर का इस्तेमाल विश्वविद्यालय कर पा रहा है. राज्यपाल के निर्देशों के बाद कार्यपरिषद के फैसले पर चर्चा हो रही है.