आदित्य मिश्र, अमेठी। परिवहन विभाग ने बढ़ते सड़क हादसों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से 1 जनवरी से 31 जनवरी तक सड़क सुरक्षा माह का आयोजन किया है। इसी के तहत आरआरपीजी कॉलेज, अमेठी में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां, छात्रों को सड़क सुरक्षा के प्रति शपथ दिलाई गई। इस कार्यक्रम में एआरटीओ सर्वेश सिंह और कॉलेज के प्रिंसिपल ओपी त्रिपाठी समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
इसे भी पढ़ें- अचानक महाकुंभ छोड़कर चले गए इंजीनियर बाबा, जानिए आखिर क्या है इसके पीछे की बड़ी वजह…
कार्यक्रम में एआरटीओ सर्वेश सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि 2023 में देशभर में सड़क दुर्घटनाओं में कुल 1.73 लाख लोग मारे गए। देश में हर दिन सड़क हादसों के चलते औसतन 474 लोगों की जान गई। यानि कि हर तीन मिनट में एक मौत हुई। उन्होंने युवाओं से सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की और कहा कि युवाओं का सड़क सुरक्षा जागरूकता में अहम योगदान हो सकता है।
इसे भी पढ़ें- सपा का बलात्कारी नेता! किशोरी को अकेला पाकर दुकान में खींच ले गया सपाई, मिटाई जिस्म की प्यास, फिर…
सुरक्षा नियमों का पालन करना जरुरी
सर्वेश सिंह ने कहा कि सड़क हादसों का प्रमुख कारण लोगों का अहंकार है, जिसके चलते वे हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग नहीं करते। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि सड़क पर निकलते समय हेलमेट और कार में सीट बेल्ट का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। उन्होंने छात्रों को यह भी याद दिलाया कि परिवार उनके सुरक्षित घर लौटने का इंतजार करता है, इसलिए सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।
यूपी के 10 साल का रिकॉर्ड
2014 : 31,034 सड़क हादसे – 16,287 मौत
2015 : 32,385 सड़क हादसे – 32,385 मौत
2016 : 35,612 सड़क हादसे – 19,320 मौत
2017 : 38,811 सड़क हादसे – 20,142 मौत
2018 : 42,563 सड़क हादसे – 22,256 मौत
2019 : 42,572सड़क हादसे – 22,655 मौत
2020 : 34,243 सड़क हादसे -19149 मौत
2021: 37,729 सड़क हादसे – 21,227 मौत
2022 : 41,746 सड़क हादसे – 22,595 मौत
2023 : 44,534 सड़क हादसे – 23,652 मौत
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें