नई दिल्ली: पति-पत्नी के झगड़े में मुकदमेबाज़ी आम बात है. लेकिन पति पत्नी के बीच 67 मुकदमे हो तो क्या होगा. ऐसा ही एक मामला जब सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो जज दंग रह गए.

पति के 58 तो पत्नी के 9 मुकदमे

मामला भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक और उसकी भारतीय पत्नी का है.  भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक ने भारत में पत्नी के खिलाफ 58 मामले दर्ज कराए हैं. इसके जवाब में पत्नी ने पति पर 9 मुकदमे दर्ज कराए हैं. ज्यादातर मुकदमे दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, अवमानना, बच्चों की कस्टडी आदि को लेकर हैं.

जब दंग रह गई पीठ

सुप्रीम कोर्ट के पास 67वां मामला इस दंपती के 8 साल के बच्चे की कस्टडी को लेकर पहुंचा तो पति-पत्नी के एक-दूसरे पर इतने सारे मुकदमे देखकर न्यायमूर्ति कूरियन जोसफ और न्यायमूर्ति आर भानुमति की पीठ दंग रह गई. मामले की सुनवाई के दौरान जज कूरियन जोसफ ने कहा कि उन्होंने अपने पूरे लीगल कॅरियर में पति-पत्नी पर एक-दूसरे पर इतनी बड़ी संख्या में मुकदमा दर्ज करने की बात कभी नहीं सुनी.  जज जोसफ ने पुरानी बात याद करते हुए बताया कि एक दंपती ने एक-दूसरे पर 36 मुकदमा किए थे.

दिया अंतरिम आदेश

सुप्रीम कोर्ट ने पति-पत्नी और उसके आठ वर्ष के बच्चे को 27 अप्रैल को अदालत में पेश होने के लिए कहा है.  अंतरिम आदेश तक पिता अपने बेटे से हर शनिवार और रविवार आठ बजे सुबह से शाम सात बजे तक मिल सकेंगे.

15 साल पहले हुई थी शादी

इस दंपती की शादी मई, 2002 में बेंगलुरु में हुई थी. शादी के बाद दंपति अमेरिका में बस गए थे. साल 2009 में बेटे के जन्म के साथ ही पति-पत्नी में झगड़ा शुरू हो गया.  पति से ऊबकर पत्नी बेंगलुरु लौट आई और इसके बाद शुरु हुई एक दूसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कहानी