शब्बीर अहमद, भोपाल। हमेशा चर्चा मे रहने वाला राजधानी भोपाल का हमीदिया अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है। मध्यप्रदेश स्वास्थ विभाग (health Department) ने कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी (Congress MLA Jitu Patwari) के एक सवाल के जवाब में सदन में जो आंकड़ों प्रस्तुत किए, वो चौंकाने वाले हैं। राजधानी के सबसे बड़े सरकारी हमीदिया अस्पताल में पिछले पांच साल में 68 हजार 301 नवजातों की मौत हुई है। इस तरह हर साल औसतन 13 हजार 660 मासूमों ने दम  तोड़ा। वहीं इस दौरान कुल 5 लाख 996 बच्चों का इलाज किया गया। 

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आंकड़ों पर नजर दौड़ाएंगे तो सामने आएगा की औसतन हर साल 13 फीसदी नवजात शिशु की मौत हो जाती है। वहीं रोज के हिसाब से देखेंगे तो औसतन हर दिन 37 बच्चे काल के गाल में समा रहे हैं। इस तरह राजधानी भोपाल का सबसे बड़ा हमीदिया अस्पताल बच्चों के लिए कब्रगाह साबित हो रहा है।

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साल 2016-17 में सबसे कम और 2019-20 में सबसे अधिक मासूम की हुई मौत 

साल 2019-20 में सबसे ज्यादा बच्चों की मौत हुई थी। इस साल  14 हजार 759 नवजात शिशुओं ने अपनी जान गंवाई थी। वहीं साल 2016-17 में सबसे कम बच्चों की मौत हुई थी। इस साल 12 हजार 952 मासून ने दम तोड़ा था। वहीं अगर बात इस साल 2020-21 की करें तो अब तक 13 हजार 530 नवजात की मौत हो चुकी है, जबकि इस साल खत्म होने में अभी 10 दिन बचे हुए हैं।

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नवंबर महीने में आग लगने से लगभग 10 बच्चों की हुई थी मौत 

इसी साल नवंबर महीने में हमीदिया अस्पताल में आग (Kamla Nehru Hospital Fire) लगने के कारण 10 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई थी। हालांकि शासन-प्रशासन पर बच्चों की मौत की वास्तविक संख्या छुपाने के भी आरोप लगे थे। शासन-प्रशासन सिर्फ 4- से 6 बच्चों की मौत का दावा कर रही थी।  वहीं कई बच्चे अब भी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। मामले को लेकर राज्य सरकार ने कार्रवाई करते हुए हमीदिया अस्पताल के तमाम बड़े पदाधिकारियों को हटा दिया था। साथ ही उच्च स्तर की जांच के आदेश दिए गए थे।

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बच्चों की मौत आंकड़ों की नजर में 

साल                     बच्चों की हुई  मौत

2016-17              12 हजार 952 नवजात शिशु की मौत

2017-18               13 हजार 106 नवजात शिशु की मौत

2018-19                13 हजार 954 नवजात शिशु की मौत

2019-20               14 हजार 759 नवजात शिशु की मौत

2020-21               13 हजार 530 नवजात शिशु की मौत

कुल                      68 हजार 301 नवजात शिशु की मौत

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