पंचांग के अनुसार, पौष पूर्णिमा तिथि 24 जनवरी को रात 09 बजकर 49 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी 25 जनवरी को देर रात 11 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होगी. सनातन धर्म में उदया तिथि मान्य है. अतः 25 जनवरी को पौष पूर्णिमा मनाई जाएगी.
ज्योतिषियों की मानें तो पौष पूर्णिमा पर सबसे पहले प्रीति योग का निर्माण हो रहा है. इस योग का निर्माण सुबह 07 बजकर 32 मिनट से हो रहा है और अगले दिन यानी 26 जनवरी को 7 बजकर 42 मिनट पर समाप्त होगा. वहीं, सर्वार्थ सिद्धि योग दिन भर है. जबकि, रवि योग सुबह 07 बजकर 13 मिनट से लेकर 8 बजकर 16 मिनट तक है. पौष पूर्णिमा पर दुर्लभ गुरु पुष्य योग का निर्माण सुबह 08 बजकर 16 मिनट से होगा, जो अगले दिन 26 जनवरी को सुबह 07 बजकर 12 मिनट पर समाप्त होगा. इसी समय पर अमृत सिद्धि योग का भी निर्माण होगा, जो अगले दिन 26 जनवरी को सुबह 7 बजकर 12 मिनट तक है. पौष पूर्णिमा पर बव करण का निर्माण 11 बजकर 23 मिनट तक हो रहा है. इसके बाद बालव करण को योग बनेगा. Read More – नन्हीं परी को संभालते नजर आई Rubina Dilaik, एक्ट्रेस ने बॉडीकॉन हाई-स्लिट ड्रेस में दिखाया अपना फिगर …
पौष पूर्णिमा 2024 महत्व
पौष को सूर्य देव का माह कहा जाता है. मान्यता है कि इस माह में सूर्यदेव की विधिवत पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. पौष पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करने के साथ सूर्यदेव को अर्घ्य दें और दान करना चाहिए. इसके साथ ही इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ तुलसी दल के साथ भोग लगाने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और जीवन के हर कष्ट दूर होने के साथ जीवन में खुशियां ही खुशियां आती है. Read More – जल्द वेब सीरीज में नजर आएंगे किंग खान के बेटे Aryan Khan, शाहरुख के जीवन पर बनेगी सीरीज …
धार्मिक मान्यता है कि पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. पूर्व जन्म में किए गए पाप भी नष्ट हो जाते हैं. पौष पूर्णिमा पर 7 अद्भुत संयोग बनने जा रहे हैं, जिनमें दुर्लभ “गुरु पुष्य योग” भी शामिल है. इन योगों में भगवान विष्णु की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है.
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