चेन्नई। तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री एम सुब्रमण्यन ने मंगलवार को कहा कि नाइजीरिया के सात यात्रियों को संदिग्ध ओमिक्रॉन वेरिएंट के लिए चेन्नई के किंग्स इंस्टीट्यूट ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन में भर्ती कराया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, नाइजीरियाई, कुछ दिनों पहले चेन्नई हवाईअड्डे पर उतरे थे और उनका कोविड-19 टेस्ट किया गया था और आरटी-पीसीआर परीक्षण से पता चला था कि उनके परीक्षण में ‘एस’ जीन ड्रॉपआउट था। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि सभी संदिग्ध निगरानी में हैं।
नाइजीरियाई दोहा, कतर के रास्ते चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे थे और उनमें से एक का रेंडम आरटी-पीसीआर परीक्षण किया गया था, जिसमें ‘एस’ जीन ड्रॉपआउट की उपस्थिति का पता चला था। यह ओमिक्रॉन वेरिएंट का शुरुआती संकेतक है।
47 वर्षीय व्यक्ति के ‘एस’ जीन ड्रॉपआउट की उपस्थिति के परीक्षण करने के बाद, उसके साथ आए परिवार के सभी छह सदस्यों का भी आरटी-पीसीआर परीक्षण किया गया और पाया गया कि सभी में ‘एस’ जीन ड्रॉपआउट की उपस्थिति थी।
मंत्री ने कहा कि सभी यात्री क्वोरंटीन हैं और स्वास्थ्य विभाग ओमिक्रॉन वेरिएंट की उपस्थिति के संबंध में अंतिम परीक्षण रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रहा है।
उन्होंने कहा कि नमूने बेंगलुरु परीक्षण सुविधा के लिए भेजे गए हैं और मंगलवार शाम या बुधवार के दिन के समय तक परिणाम आने की उम्मीद है। राज्य ने अब तक 29 लोगों के नमूने जीन अनुक्रमण के लिए बेंगलुरु प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए भेजे हैं, जिनमें से चार की पहचान डेल्टा वेरिएंट के रूप में की गई है।