जमाना खराब है, ये सोच ही खराब है, स्त्री-स्वतंत्रता हनन का ये पहला चरण है, हर एक की सोच बदलेगी, तभी जमाना बदलेगा, वरना हर रोज किसी निर्भया का नाम अखबारों में निकलेगा. छत्तीसगढ़ में दो नाबालिग बच्चियों के साथ गैंगरेप हुआ है.
बालौदाबाजार। जिले के सरसीवा थाने इलाके में दो नाबालिग बच्चियों से गैंगरेप की वारदात सामने आई है. प्रेमी से मिलने गई दोनों नाबालिग को दो दिन तक पहले बंधक बनाकर रखा गया और फिर बारी बारी से गैंगरेप किया गया. प्रेमी के दोस्तों ने ही मिलकर इस हैवानियत भरी घटना को अंजाम दिया है. घटना की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले में एक नाबालिग समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
जानकारी के मुताबिक दो दिसंबर को दोनों पीड़िता के पिता ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाया कि बेटी घर से स्कूल जाने को निकली थी, लेकिन अभी तक घर वापस नहीं आई है. उन्होंने शक जताते हुए किसी के बहकावे में आकर भाग जाने की आशंका जाहिर की. पुलिस ने मामला दर्ज कर बच्चियों की तलाश शुरु की.
पुलिस ने जांच के दौरान सात दिसंबर को गिधौरी बस स्टैण्ड से दोनों नाबालिग बच्चियों को बरामद किया. पूछताछ में बच्चियों ने बताया कि इन्हें आरोपी अनिल खुटे और एक नाबालिक आरोपी ने अपने प्रेम जाल में फंसाकर शादी करने का झांसा देकर भगाकर दिल्ली ले जाने की बात कही थी. इसीलिए दोनों भागने के लिए घर से उनके साथ चले गए थे. लेकिन दोनों को उनके प्रेमियों ने दिल्ली न ले जाकर अपने दोस्तों के साथ गौराडीपा और पिपरडुला में गैंगरेप किया.
पुलिस ने नागेश्वर पटेल (उम्र 25), छबीलाल कैवर्त्य (उम्र 23), नंदलाल यादव (उम्र 28), दयाराम रात्रे (उम्र 32), प्रदीप कुमार अजय (उम्र 29), अनिल खुटे (19 साल), और एक अन्य नाबालिग को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है. सभी आरोपी सरसीवा के ही रहने वाले हैं. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
बता दें कि देश भर में हैदराबाद-उन्नाव समेत कई रेप की घटनाओं को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है. आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए फांसी देने की मांग की जा रही है. लेकिन क्या रेप के आरोपियों को फांसी की सजा दी जाएगी ? या फिर हर रोज ऐसे ही रेपिस्ट हौसले बुलंद कर आबरू लूटते रहेंगे.