लखनऊ. यूपी पुलिस ने एक बार फिर से अपहर्ताओं के मंसूबे ध्वस्त कर दिए। गोंडा से अगवा किए गए मेडिकल छात्र को एसटीएफ और पुलिस की टीम ने 48 घंटे में खोज निकाला है। एसटीएफ टीम ने मामले में डॉक्टर अभिषेक सिंह सहित नितेश व मोहित को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से पिस्टल और ड्रग्स भी बरामद की है। एसटीएफ के अफसरों ने बताया कि बदमाशों ने छात्र को दिल्ली, एनसीआर के कई अलग-अलग ठिकानों पर छिपाया था.
गोंडा हारीपुर स्थित एससीपीएम कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल में बीएएमएस प्रथम वर्ष के छात्र गौरव हालदार का अपहरण हो गया था। गौरव कॉलेज के हॉस्टल में रहता था। मंगलवार की दोपहर अपहृर्ताओं ने मेडिकल छात्र के पिता डॉ. निखिल हालदार को फोन कर 70 लाख रुपये की फिरौती की मांगी की थी। फिरौती देने के लिए 22 तारीख तय की गई थी.
फिरौती के लिए फोन आने के बाद डॉ. निखिल ने कॉलेज में पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी हासिल की । पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कराकर कार्रवाई शुरू की। अपराधियों के खिलाफ योगी सरकार के सख्त रुख को देखते हुए पुलिस अफसरों ने तत्काल पांच टीमें गठित की। एसटीएफ के साथ अपहर्ताओं के बारे में पड़ताल शुरू की गई। कॉलेज व हॉस्टल प्रशासन से भी पूछताछ की गई पर कोई सबूत हाथ नहीं लगे। जिसके बाद यूपी एसटीएफ और पुलिस की टीमें प्रदेश के अन्य जिलों में गौरव की तलाश में जुट गई। दिन रात अभियान में जुटी एसटीएफ और पुलिस की टीम गुरुवार को बड़ी सफलता तब हाथ लगी जब अपहर्ताओं के नेटवर्क का उन्हें सुराग मिला। इसके कुछ घंटे के भीतर एसटीएफ ने ऑपरेशन करते हुए गौरव को सुरक्षित बरामद कर लिया.
पुलिस के मुताबिक अपहरण की पूरी साजिश मास्टर माइंड डॉ. अभिषेक ने रची है । पुलिस से पूछताछ में दिल्ली के नजफगढ़ में काम करने वाले डॉ. अभिषेक ने बताया कि उसने अपनी सहयोगी डॉ. प्रीति नीतेश और मोहित के साथ मिल कर वारदात को अंजाम दिया। डॉ. प्रीति ने गौरव को हनी ट्रैप में फंसा कर मिलने के लिए बुलाया और साथियों संग मिलकर अपहरण कर लिया। गौरव को नशे का इंजेक्शन दे कर बेहोश करके अपहर्ता दिल्ली ले गए थे.
यूपी पुलिस की इस कामयाबी को योगी सरकार की यूपी में अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का परिणाम माना जा रहा है। इससे पहले गोरखपुर बस अड्डे से महराजगंज के दो सराफा कारोबारियों को अगवा कर लूट करने और गोंडा के करनैल गंज इलाके में कारोबारी के बच्चे के अपहरण के मामले का 24 घंटे के भीतर पुलिस ने खुलासा कर अगवा बच्चे को सुरक्षित बरामद किया था। गाजियाबाद समेत अपहरण की अन्य घटनाओं में भी पुलिस और एसटीएफ ने तालमेल दिखाते हुए पर्दाफाश कर आरोपियों को जेल भेजा गया है.