नई दिल्ली. देश में कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं, हालांकि विशेषज्ञ इसे चिंता की बात नहीं मानते हैं. उनका कहना है कि महामारी का दौर निकल चुका है. कोरोना अब एक स्थानीय बीमारी में बदल चुका है. लिहाजा, कहीं न कहीं संक्रमण के मामले बढ़ते रहेंगे. हालांकि, विशेषज्ञ कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की नसीहत जरूर दे रहे हैं.

 दरअसल, पिछले चौबीस घंटों के दौरान देश में कोरोना के 7584 नये मामले आए हैं. पिछले तीन महीनों में यह सबसे ज्यादा मामले हैं. महाराष्ट्र और केरल में नये संक्रमण ज्यादा बढ़े हैं. हालांकि, कुल 26 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में सक्रिय मामलों में वृद्धि देखी गई है. दरअसल, मई की शुरुआत में भी कोरोना संक्रमण बढ़ना शुरू हुआ था और 7 मई को एक दिन में सबसे ज्यादा 3805 मामले दर्ज किए गए थे. लेकिन उसके बाद संक्रमण में गिरावट आनी शुरू हो गई थी. 17 मई को मामले घटकर 1569 रह गए. लेकिन पिछले कुछ दिनों से इनमें तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 24 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,24,747 हो गई है. उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 3,769 की वृद्धि हुई है और यह संक्रमण के कुल मामलों का 0.08 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.70 प्रतिशत है.

मामले तेजी से बढ़ रहे…

देश में 99 दिनों बाद एक दिन में कोरोना वायरस के 7,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए. जो दैनिक मामलों में करीब 39 फीसदी की वृद्धि है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, बीते दिन संक्रमण के 7,240 मामले दर्ज किए गए, जिससे महामारी के मामलों की कुल संख्या 4,31,97,522 हो गई थी.