देश में एक साथ 85 विमानों को बम से उड़ान की धमकी मिली है, जिसमें 20एयर इंडिया , 20 इंडिगो, 20 विस्तारा और 25 अकासा फ्लाइट्स शामिल हैं. धमकी मिलने के बाद विमानों को इमरजेंसी लैंडिंग का आदेश दिया गया है, कुछ फ्लाइट्स को डायवर्ट कर दिया गया है, और सुरक्षा एजेंसिया भी मामले की जांच में जुट गए हैं. धमकी से यात्रियों में दहशत है और लोग हवाई यात्रा करने से कतरा रहे हैं. धमकी से हवाई बिजनेस को भी काफी नुकसान हो रहा है.

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दिल्ली पुलिस ने इससे पहले पिछले आठ दिनों में आठ अलग-अलग एफआईआर दर्ज किए हैं, जिसमें बम से उड़ाने की धमकी के बारे में बताया गया है. इन उड़ानों में अकासा, एअर इंडिया, इंडिगो और विस्तारा शामिल हैं, जो दिल्ली से विभिन्न घरेलू और विदेशी गंतव्यों की ओर जाती हैं. पुलिस ने कहा कि इन मामलों की जांच की जा रही है.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि धमकी भरे मैसेज एक्स पर प्राप्त हुए थे, जिन्हें बाद में अधिकारियों ने खारिज कर दिया. पहला मामला 16 अक्टूबर को बेंगलुरु जाने वाली अकासा की फ्लाइट को निशाना बनाने से जुड़ा था, जिसमें 180 से अधिक लोग सवार थे. विमान को दिल्ली लौटना पड़ा. अगले दिन, पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स को पत्र लिखकर धमकी भरे मैसेज पोस्ट करने वाले खाते की जानकारी मांगी.

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पिछले 11 दिनों में ही 255 से अधिक विमानों को बम धमकियां मिल चुकी हैं, जिससे एविएशन सेक्टर को 600 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है.

दिल्ली पुलिस की साइबर सेल की विभिन्न टीमें एक्स और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जारी खतरों को लेकर उड़ानों पर गतिविधियों पर नजर रख रही हैं. एक हफ्ते से भी कम समय में, 170 से अधिक उड़ानों को बम की धमकी मिली है. इस बीच, सरकार एयरलाइनों को बम की धमकियों से निपटने के लिए विधायी कार्रवाई की योजना बना रही है, जिसमें अपराधियों को नो-फ्लाई सूची में डालना भी शामिल है.

फ्लाइट में बम होने की सूचना मिलने पर अपने निर्धारित एयरपोर्ट के बजाय नजदीकी एयरपोर्ट पर उतारा जाता है, इससे अधिक ईंधन खर्च होता है, विमान की दोबारा जांच करनी पड़ती है, यात्रियों को होटलों में ठहराना पड़ता है और उन्हें उनके लक्ष्य तक पहुंचाना पड़ता है, जिसमें लगभग 3 करोड़ रुपये खर्च होते हैं.

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