रवि गोयल, जांजगीर-चांपा। रेलवे की नौकरी लगाने के नाम से युवाओं को ठगी का शिकार बनाने वाले गिरोह का जांजगीर चांपा पुलिस ने भंडाफोड़ दिया है. पुलिस ने मामले में 4 आरोपी को गिरफ्तार किया है, वहीं एक फरार है, दरअसल मामला हसौद थाना क्षेत्र का है, जहां का रहने वाला आरोपी पन्ना लाल कश्यप रिश्ते में अपने साले अशोक कुमार कश्यप को रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम से अपने गांव हसौद बुलाया, फिर वहां गांव के ही भरतलाल कश्यप और उसके बेटे दीपक कश्यप, दिलीप कश्यप, अर्जुन बर्मन से मिलवाया. भरतलाल कश्यप ने अशोक को बताया कि उसके दोनों बेटे दीपक और दिलीप की नौकरी भी रेलवे में लगवाया है. वैसे ही उनकी भी लगवा देंगे. जिसके लिए उसे 10 लाख का इंतजाम करना पड़ेगा, जिसके बाद 8 लाख में नौकरी लगाने की बात तय हो गई है.
झांसे में आकर अशोक ने उन लोगों को पैसे दे दिया. साल भर तक आरोपी अशोक को चक्कर लगवाते रहे और एक दिन अशोक को लेकर दिल्ली चले गए जहां उसे फर्जी जॉइनिंग करवाया गया. उसे शक न हो इसके लिए आरोपी बाकायदा उसके खाते में तनख्वाह के नाम पर केश डिपॉजिट भी करते रहे. अशोक की रेलवे में नौकरी लगने की जानकारी जब परिवार और समाज के कुछ लोगों को लगी तो वो भी अपने घर के लोगों की नौकरी लगवाने के लिए उससे संपर्क किए. उसने ने बताया कि 8 लाख रुपये देकर नौकरी लगी है तो उसके कई परिचित के लोग तैयार हो गए और 9 लोगों से करीब 78 लाख रुपए इकट्ठा कर आरोपियों को सौंप दिया.
आरोपियों ने उन्हें फर्जी जॉइनिंग लेटर बनाकर दे दिया और कुछ लोगों को कोलकाता और कुछ को दिल्ली भेज दिया और बाकायदा 2- 3 महीने कैश डिपॉजिट से तनख्वाह भी देते रहे और उसके बाद जब कुछ महीनों बाद तनख्वाह बंद हुई. तब पता चला कि किस प्रकार उनके साथ धोखाधड़ी हुई है,जिसके बाद पीड़ित अशोक कुमार कश्यप ने मामले की शिकायत थाने में की.
शिकायत के बाद पुलिस ने चार आरोपी भरतलाल कश्यप, दिलीप कश्यप, दीपक कश्यप और अर्जुन बर्मन को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपियों को धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं के तहत रिमांड पर भेज दिया है. वहीं मामले में एक आरोपी पन्नालाल कश्यप अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है,
क्या कहते हैं थाना प्रभारी
थाना प्रभारी देवेश सिंह का कहना है कि मामले में जांच चल रही है. इसके पीछे कोई बड़ा गिरोह हो सकता है, अभी केवल 10 लोगों के ठगी होने की जानकारी सामने आई है. सभी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं, इसलिए ये ठगी के शिकार हुए. ये गिरोह और भी कई लोगों को इसी प्रकार ठगे होंगे. जिसकी जांच की जा रही है. आरोपियों का कनेक्शन दिल्ली से है, इसलिए मामला ओर भी बड़ा हो सकता है. उच्च अधिकारियो के निर्देश पर आगे की जांच और कार्यवाही की जाएगी.