रायपुर। छत्तीसगढ़ में लगातार भाजपा नेताओं की हत्या हो रही है. शनिवार की शाम नारायणपुर में फिर से एक बीजेपी नेता की हत्या हुई. जिसको प्रदेश में सियासत गरमा गया है. वहीं बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने बीजेपी नेताओं की हत्या को लेकर सरकार पर टारगेट किलिंग का आरोप लगाया है. वहीं सीएम भूपेश बघेल ने आरोप पर पलटवार किया है.

बीजेपी नेता की हत्या पर केदार गुप्ता ने कहा कि पिछले 9 महीने में 9वीं बार आज भाजपा नेता की हत्या हुई है. 16 जनवरी कांकेर में भाजपा नेता बुधराम करताम की संदिग्ध मौत हुई. 5 फरवरी बीजापुर में भाजपा मंडल अध्यक्ष नीलकंठ कक्केम की शादी समारोह में जाकर नक्सलियों ने हत्या की. 10 फरवरी नारायणपुर भाजपा जिला अध्यक्ष सागर साहू की नक्सलियों के हत्या की. 11 फरवरी दंतेवाड़ा के पूर्व उप सरपंच रामधर अलामी की नक्सलियों ने हत्या की. 21 जून बीजेपी के एसटी मोर्चा के जिला महामंत्री काका अर्जुन की गला रेत कर नक्सलियों ने हत्या की. 18 अगस्त बिजापुर जिले के चिन्नागेलूर निवासी रामा पुनेम की नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी का आरोप लगकर हत्या की. 21 अगस्त भाजपा नेता महेश गोटा की चिकट राज पहाड़ी से अगवा कर नक्सलियों ने हत्या की. 20 अक्टूबर मौहला मानपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ता बिरजू तारम की हत्या की. 4 नवंबर को कुल्हाड़ी से मारकर नारायणपुर में भाजपा जिला उपाध्यक्ष रत्न दुबे की नक्सलियों ने हत्या की.

इन सभी हत्याओं को लेकर केदार गुप्ता ने कांग्रेस सरकार पर टारगेट किलिंग का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस सरकार नक्सलवाद की आड़ में टारगेट किलिंग करवा रही है. सरकार की जिम्मेदारी है जनता के जान माल की सुरक्षा हो. ये टारगेट किलिंग नहीं रुक रही है. हम आरोप लगाते है कि सरकार फेल है. 9 महीने में 9 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गयी है. डॉ अंबेडकर द्वारा रचे सविंधान के हिसाब से इसे लोकतंत्र की हत्या माना जा सकता है. विधानसभा के संयोजक की हत्या करना साजिश पूर्ण है. क्या भजापा में होना गुनाह है? ये 9वें कार्यकर्ता की शहादत है. उन्हें हम श्रधांजलि अर्पित करते हैं. भाजपा उनके परिवार के साथ खड़ी है.

भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता के बयान हत्या से किसको फायदा हो रहा, किसके मन में भय पैदा करना चाह रहे? पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है. मुख्यमंत्री ने खुद स्वीकारा की विपक्ष की टारगेट किलिंग हो रही,क्यों गला घोंट रहे? क्यों विपक्षी नेताओं को खत्म करना चाहते हैं. स्पष्ट करे कि टारगेट किलिंग का कारण क्या है? केदार गुप्ता ने कहा ये पूरी तरह से सुरक्षा का मामला है. अभी आचार सहिंता लगी हो या न लगी हो ये सुरक्षा का मामला होता है. अचार सहिंता लगने से सरकार सुरक्षा नहीं दे पाएगी क्या? गृहमंत्री अपने पद पर तो है, मुख्यमंत्री पद पर हैं. पद पर हैं तो जवाब दें. नक्सलवाद के सरंक्षण में हत्या करवा रहे एसपी, डीआईजी, डीजीपी नहीं हैं क्या? फिर क्यों हत्या हो रही है.