रमेश्वर मरकाम,धमतरी. जिले के कलेक्टर सीआर प्रसन्ना ने बड़ी कार्रवाई की है. उन्होंने निर्वाचन की तैयारी में अनुपस्थित रहने पर 4 पटवारियों और 5 राजस्व निरीक्षकों को शाे काज नोटिस जारी कर किया है औऱ 24 घंटे के अंदर जवाब देने का आदेश जारी किया है. जिससे पटवारियों और राजस्व निरीक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है.
दरअसल छत्तीसगढ़ में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इस वजह से राजनीतिक दलों के अलावा प्रशासन भी चुनाव की तैयारियों में जुटा हुआ है और इन्हीं तैयारियों के तहत जिले में वीवीपीएटी यानी वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल का प्रथम चरण कार्य किया जा रहा है.
जिसमें 4 पटवारी और 5 राजस्व निरीक्षक यानी आरआई बगैर किसी सूचना के अनुपस्थित पाए गए थे. जिन्हें कलेक्टर सी आर प्रसन्ना नोटिस जारी कर जवाब तलब करने का आदेश दिया है. साथ ही अनुपस्थिति की जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को भी भेजी गई है.
बता दें कि वीवीपीएटी व्यवस्था के तहत वोट डालने के तुरंत बाद कागज की एक पर्ची बनती है. इस पर जिस उम्मीदवार को वोट दिया जाता है. उसका नाम और चुनाव चिन्ह छपा होता है. यह एक तरह से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का पोस्टमार्टम है यह व्यवस्था इसलिए है कि किसी तरह का विवाद होने पर ईवीएम से पड़े वोट के साथ पर्ची का मिलान किया जा सके. ईवीएम में लगे शीशे की एक स्क्रीन पर यह पर्ची 7 सेकंड तक दिखती है.
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रॉनिक्स कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में यह मशीन 2013 में डिजाइन की थी और इसका सबसे पहले इस्तेमाल नागालैंड के चुनाव में 2013 में किया गया था. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने वीवीपैट मशीन बनाने और इसके लिए पैसे मुहैया कराने का आदेश केंद्र सरकार को दिए चुनाव आयोग ने जून 2014 में तय की थी. अब देश में होने वाले चुनाव में सभी मतदान केंद्रों में इसका इस्तेमाल किया जाएगा.