राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश में अस्पतालों से रेमडेसिविर इंजेक्शन के बाद अब ऑक्सीजन चोरी होने का बड़ा आरोप लगा है।विपक्ष ने ऑक्सीजन गड़बड़ी को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस का आरोप है कि मध्य प्रदेश में 93 मीट्रिक टन ऑक्सीजन चोरी हो गई है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि सरकार के रिकाॅर्ड के मुताबिक 26 अप्रैल को सभी जिलों में 527 टन ऑक्सीजन सप्लाई की गई थी। लेकिन जिलों से आई जानकारी में 434 टन आपूर्ति मिली। यानी 93 टन ऑक्सीजन चोरी हो गई।
गुप्ता ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि गृह मंत्री देशभर में ऑक्सीमीटर खोजने के बजाय मप्र में गायब हुई ऑक्सीजन खोजें। ये गृह विभाग का काम है कि गायब हुई ऑक्सीजन खोजें। बाकी स्वास्थ्य विभाग का काम स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चोधरी को करने दें।
ऑक्सीजन की ऑडिट के आदेश
प्रदेश में आपूर्ति के साथ ही ऑक्सीजन की कमी से लगातार मौतें हैं हो रही है। जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी अफसरों पर नाराजगी जाहिर करते हुए ऑक्सीजन के ऑडिट का आदेश दे दिया है। किस जिले में कितनी ऑक्सीजन की जरुरत है और कितनी आपूर्ति हो रही है। कितनी ऑक्सीजन कहां जा रही है इसका भी अधिकारियों को हिसाब किताब रखना होगा और ऑक्सीजन ऑडिट की हर दिन की जानकारी भी सीएम को देनी होगी। इसके साथ ही सीएम खुद जिलों की माइक्रो मॉनिटरिंग भी करेंगे। इसके लिए उन्होंने जिलों को तीन अलग-अलग ग्रुपों में बांट दिया है।