रेणु अग्रवाल, धार। ऐतिहासिक भोजशाला सर्वे के 93वे दिन खुदाई की गई। इस दौरान हिंदू पक्ष ने दावा किया कि आज 7 फन वाले वासुकी नाग की मूर्ति मिली है। साथ ही उत्खनन के दौरान शिवजी की प्रतिमा भी निकली है। इसी के साथ 6 खंभों के अवशेष भी मिले हैं।

हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा ने दावा किया कि आज भोजशाला के उत्तरी पूर्वी भाग से मिट्टी हटाने के दौरान काले पत्थर की सात फन वाले वासुकी नाग, भगवान महादेव की ढाई फ़ीट की प्रतिमा जिस पर मगर व नागराज बने हुए हैं। और 6 अन्य अवशेष मिले हैं।

वही मुस्लिम पक्षकार के अब्दुल समद के अनुसार जो अवशेष और आकृति वाले पत्थर के अवशेष निकल रहे हैं वह संशय के घेरे में हैं। हमारी आपत्ति है कि जो चीज बाद में निकली है, उसे सर्वे में न जोड़ा जाए।

भोजशाला में याचिकाकर्ता अब्दुल समद ने बताया कि आज उत्तर की तरफ जो ओटला बना हुआ था, उस पर जो बिल्डिंग के पार्ट पुराने समय के रखे हुए थे। उसे हटाने का काम पिछले 5-6 दिनों से किया जा रहा है। उसमें से जो अवशेष और आकृतियां वाले पत्थर जो निकल रहे हैं वह संशय के घेरे में है, सवाल के घेरे में है। हमारा एएसआई से सवाल है कि यह जब ओटला बना था तो जो डंप मटेरियल था वह कहां से लाया गया और किस जगह से लाया गया यह सर्वे में जोड़ा जाए। न की उसमें से जो मटेरियल निकल रहा है उसको आप सर्वे में जोड़ते जाएं।

यह बहुत समय से इन लोगो की (हिंदू पक्ष की) मंशा थी कि इस तरह की चीजे हों उसे सर्वे में जोड़ा जाए। जबकि हमारा बहुत पहले से और बहुत पुरानी आपत्ति है। इसीलिए हमने शुरू से इन चीजों का विरोध किया है और विरोध करते आ रहे हैं। आज दिन भर बस यही काम चला और इसका हम पुरजोर तरीके से विरोध करते हैं। यह ओटला हटाया जा रहा है जो डंप मटेरियल एएसआई भी लिख चुका है तो उसको सर्वे में लेना उचित नहीं है।

भोजशाला मुक्ति यज्ञ के संयोजक गोपाल शर्मा ने बताया कि आज भोजशाला के उत्तरी पूर्वी भाग में मिट्टी हटाने का काम और उत्खनन का काम चला है। जिसमें आज 9 अवशेष प्राप्त हुए हैं। जिसमें एक आज वासुकी नाग प्राप्त हुए हैं जो की काले पत्थर पर बने हुए हैं। यह वासुकी नाग वहीं से प्राप्त हुए हैं जहां से भगवान कृष्ण की प्रतिमा निकली थी। वासुकी नाग सात मुंह वाले हैं। इस स्थान से आज भगवान महादेव की प्रतिमा जो की ढाई फीट की है मिली हो। उसमें मगर व नागराज दोनों बने हुए हैं। वह प्रतिमा आज निकली है। वहीं 6 अन्य अवशेष मिले हैं जो मोल्डिंग के टुकड़े हैं। वासुकी नाग की मूर्ति सात फन वाली है। किंतु नीचे से खंडित है। यह गोलायीं में बनी हुई है। इसके अलावा आज अंदर में गर्भग्रह में जो पुराने अवशेष रखे हुए थे उनकी फोटोग्राफी वीडियो और नंबरिंग का काम चल रहा है।

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