अजय सूर्यवंशी, जशपुर. जिले में जलसंसाधन विभाग का भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है. पूरे जिले में जलसंसाधन विभाग का कार्य फेल साबित हो रहा है. जिले में कई बड़े जलाशय होने के बाद भी किसानों को खेती के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है. जिले में बारिश का असर ना के बराबर है. कई इलाकों में खेत बंजर हो गए हैं. वहीं कई जगहों पर किसान परेशान होकर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. यहां तक कि, कलेक्टोरेट का घेराव की भी बात हो रही है. जहां भारी संख्या में किसान कलेक्टर के पास पहुंचेंगे.
कुनकुरी ब्लॉक के बासनताला में ईब नदी पर बनी एक्वाडेक के टूट जाने से 30 गांव के किसान परेशान हो गए थे. जिसे बनाने के लिए विभाग ने अपना पल्ला झाड़ लिया था, लेकिन विधायक यूडी मिंज की पहल ने मजह 1 महीने में टूटी हुई नहर को लोहे की पाइप लाइन से जोड़कर सप्लाई शुरू करा दिया.
अधिकारियों की लापरवाही बनी मुसीबत
जलसंसाधन विभाग जशपुर के ई विजय जमनिक, इंजीनियर अखिलेश कुमार के लापरवाही का नतीजा आज क्षेत्र के पूरे किसान भुगत रहे हैं. वहीं ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर हाइवे जाम कर दिया था. फिर भी विभाग लापरवाही से बाज नहीं आई. अब किसान बेबस होकर इन पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
2 साल पहले हुआ मरम्मत
ग्रामीणों ने बताया कि, इस नहर और एक्वाडेक का कार्य 2 साल पहले हुआ था. लेकिन मरम्मत के नाम का पूरा पैसा ठेकेदार और विभाग के अधिकारी डकार गए और मरम्मत के नाम पर यहां किसी प्रकार का कोई कार्य नहीं हुआ. नहर की सफाई के लिए भी बड़ी रकम में फंड रिलीज हुआ था, लेकिन लीपापोती कर विभागीय अधिकारियों ने उसमें भी भ्रष्टाचार कर दिया. ऐसे अधिकारियों के ऊपर कठोर कार्रवाई हो और पूरी कार्य की जांच हो.
विधायक ने जताई नाराजगी
विधायक खुद बासनताला पहुंचकर किसानों से जायजा लिया. साथ ही टूटे हुए नहर को मरम्मत कर पानी सप्लाई शुरू किया गया. विधायक ने मोटरसाइकिल से 16 किमी नहर का घूम-घूमकर निरीक्षण किया, जिसमें कई जगह पर नहर क्षतिग्रस्त हो गई गई. नहर की साफ सफाई भी नहीं कराया गया है. वर्षा को लेकर किसानों से बात भी की और उनको सान्तवना दिया कि मेरे से जो हो सकेगा मैं आप लोगों के लिए करूंगा. चाहे मुझे किसी भी हद तक जाना क्यों न पड़े. इसके लिए मैं मुख्यमंत्री बघेल से मिलकर बात करूंगा.
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