शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में अब तीन महीने से भी कम समय बचा है। पार्टियों ने अपनी अपनी तैयारी तेज कर दी है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने चुनाव से पहले वकीलों को एकजुट करने की कवायद की है। कांग्रेस विधिक विमर्श कार्यक्रम में प्रदेश के हजारों वकील राजधानी भोपाल पहुंचे। कार्यक्रम में पीसीसी चीफ कमलनाथ, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, कान्तिलाल भूरिया, नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह, एनपी प्रजापति शामिल हुए। विधिक विमर्श कार्यक्रम में शामिल हुए प्रदेश के हजारों वकीलों को कमलनाथ ने संबोधित किया हैं।
कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि आज हम नए इतिहास की ओर जा रहे हैं। अप्रैल 2018 में जबलपुर में हमने सरकार हटाने का शंखनाद किया था। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम से आज तक वकीलों की बहुत बड़ी भूमिका रही है। जज से भी बड़ी वकीलों की भूमिका है। विवेक तन्खा ने आगे कहा कि कांग्रेस जरूर आएगी और हम न्यायिक व्यवस्था के बारे में भी सोचेंगे। भ्र्ष्टाचार पर अंकुश लगेगा। उन्होंने कहा कि एमपी में 1 लाख 35 हजार वकीक रजिस्टर्ड हैं। वकील बहुत निर्णायक हैं, वकीलों को टिकिट में प्राथमिकता दें। वकीलों की वापसी पूरे देश में हो इसके लिए मैं वकीलों की लड़ाई हाईकमान तक लड़ूंगा। विवेक तन्खा ने कहा कि कमलनाथ ने वादा किया है कि वो मेरी सारी बात सुनेंगे।
यह है वकीलों की 5 मांगे
एडवोकेट, जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन लाया जाये, बुजुर्ग वकीलों को ओल्ड एज पेंशन की व्यवस्था हो, कॉन्ट्रीब्यूटरी हेल्थ स्कीम , आकस्मिक निधन में सहायता, यंग लायर्स को 3 साल स्टाइपेंड दिया जाए, डिस्ट्रिक्ट बार की समस्याएं, वकीलों के बैठक व्यवस्था का खर्च, बिजली का बिल आदि देने की व्यवस्था सरकार करे।
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