नीरज काकोटिया, बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले की वारासिवनी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम खापा में राजनीतिक विरोध का स्तर इतने नीचे आ गया कि यहां पर एक भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचें खनिज विकास निगम के अध्यक्ष व विधायक प्रदीप जायसवाल के सामने ही समर्थक और ग्रामीण आपस में भिड़ गये और उनके बीच जमकर धक्कामुक्की हो गई। जिसमें विधायक जायसवाल भी फंस गये थे, लेकिन वे धक्कामुक्की से सकुशल बाहर निकाल दिये गए।
जानकारी के मुताबिक विधायक प्रदीप जायवाल अपने विधानसभा क्षेत्र के ग्राम खापा में मजदूरों के लिये टीन शेड का भूमिपूजन करने के लिये गये हुए थे। लेकिन यहां पर सरपंच व उनके समर्थक यह समझ बैठे कि यहां पर जो सीसी सड़क बन रही उसके भूमिपूजन करने के लिये विधायक आ रहे हैं। जिसके चलते यहां पर पूरे ग्रामीण संरपच के नेतृत्व में एकत्रित हुए और उन्होने विधायक जायसवाल के पहुंचते ही विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान काले झंडे तक दिखाए गए।
इधर इसी दौरान ग्रामीणों के साथ में विधायक प्रदीप जायसवाल के समर्थकों में जमकर धक्कामुक्की हो गई। इस धक्कामुक्की के बीच स्वंय प्रदीप जायसवाल भी फंस गये थे, लेकिन उन्हें अन्य लोगों व पुलिस ने बाहर निकाल दिया। इस पर ग्राम सरपंच ने कहा कि विधायक ने खापा को कोई विकास कार्य नहीं दिया है, बल्कि जो सीसी सड़क बन रही और उसके अंतिम चरण में पहुंचे काम को विधायक ने भूमिपूजन करने के नाम पर रोक दिया हैं। जिसका हमारे द्वारा विरोध किया गया हैं।
वहीं विधायक प्रदीप जायसवाल ने इस प्रकरण की निंदा करते हुए कहा कि वारासिवनी की राजनीति में ऐसा स्तर कभी नहीं गिरा हैं। वह इस पूरे घटनाक्रम की घोर निंदा करते हैं। वह क्षेत्र के समुचित विकास कर रहे हैं। जो यहां के राजशाही कतिपय कांग्रेसी को रास नहीं आ रहा हैं, जिसके चलते वे इतना नीचले स्तर का कार्य करवा रहे हैं।
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