हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में जाली एफआईआर बनाकर कंपनियों से अनैतिक लाभ वसूलने की कहानी झूठी साबित हुई। इसके चकते ज़िला कोर्ट इंदौर ने कुल 8 लोगों को निर्दोष मानकर दोषमुक्त कर दिया है।

पुलिस थानों की जाली एफआईआर बनाकर झूठी नंबर प्लेट से बीमा कंपनियों से अनैतिक लाभ वसूलने, धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा की क्राइम ब्रांच पुलिस की कहानी कोर्ट में झूठी साबित हुई है। जिला कोर्ट इंदौर ने कुल 8 लोगों को निर्दोष मानकर दोषमुक्त किया है।

भोपाल में कांस्टेबल की पिटाई, 2 शराब कारोबारी गिरफ्तार: अयोध्या नगर टीआई निलंबित, देर तक खुली थी शराब की दुकान

वहीं आरोपियों को सजा दिलाने लिए 6 वरिष्ठ पुलिस अनुसंधान अधिकारियों की टीम भी पुलिस का केस कोर्ट में सिद्ध नहीं कर पाई है। जाली एफआईआर तैयार करने वाले कंप्यूटर, प्रिंटर केस में ज़ब्त न होना, पुलिस की ज़ब्त पेन ड्राइव अंदर से ख़ाली निकलने के बाद मामले को झूठा साबित किया गया है। वहीं जिस नंबर प्लेट के आधार पर केस बना वो भी ज़ब्त नहीं होने के बाद आरोपी दोषमुक्ति साबित हुए है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus