अनिल सक्सेना, रायसेन। मध्य प्रदेश के रायसेन जिला अस्पताल (Raisen District Hospital) से नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही (Negligence) सामने आई। आईसीयू वार्ड में भर्ती एक बच्ची को नर्स ने उल्टी की गोली देने की बदले बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया। परिजनों ने इसकी शिकायत अन्य नर्साें से की, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। आज परिजनों ने अपनी बीमार बेटी को स्ट्रेचर पर लिटाकर अस्पताल के सामने मुख्य मार्ग पर विरोध जताया।

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दरअसल, बीमार आयुषी गौर के माता-पिता ने नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि स्टाफ मरीजों पर ध्यान नहीं देता है। आयुषी गौर पिछले 5 दिनों से कमर दर्द की समस्या को लेकर अस्पताल में भर्ती है। बताया जाता है कि मरीज को उल्टी हुई थी, जिसके बाद परिजनों ने नर्स से उसे गोली देने को कहा। आईसीयू स्टाफ की नर्स ने उसे गोली के बदले बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया।

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इसी से नाराज परिजनों आज बेटी को स्ट्रेचर पर लिटाकर आधे घंट तक मुख्य मार्ग पर चक्काजाम किया। चक्काजम की खबर पर मौके पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। एसडीओपी मोहन सरवान, एसडीएम मुकेश सिंह ने परिजनों को समझाया और कहा कि इस तरह से रोड पर मरीज को लिटाने से उसकी जान भी जा सकती है। उन्होंने अस्पताल में उचित इलाज का वादा भी किया। इसके बाद मामला शांत हुआ और परिजन मरीज को लेकर अस्पताल ले गए।

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