शिवा यादव, सुकमा. नक्सल विरोधी तेदमुंता बस्तर अभियान के तहत जवानों द्वारा आज दोरनापाल जगरगुंडा मार्ग पर स्थित ग्राम पोलमपल्ली के स्कूल पहुंचे. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी हमने बच्चों को शिक्षा हेतु प्रोत्साहित करने हेतु शैक्षणिक सत्र की शुरुआत में विभिन्न शालाओं में जाकर नक्सलवाद के खिलाफ जागरूकता लाने का प्रयास किया था. जिसे सतत रूप से जारी रखा गया है. यह अभियान पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिंन्हा, उप पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी, पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा, अतरिक्त पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, संजय महादेवा के मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है.

पोलमपल्ली में अति नक्सल प्रभावित ग्राम सिलगेर, उरसांगल एवम जगरगुंडा के आश्रम भी संचालित है. पोलमपल्ली में कक्षा 1 से 10 तक लगभग 1000 बच्चे शिक्षा प्राप्त करते है. यहां पढ़ने वाले अधिकांश बच्चे अतिसंवेदनशील गांवों से है. जिसमें डुब्बामरका, एंटापाढ़, मिलंपल्ली तिम्मापुरम, सिलगेर, भट्टपाढ़, जग्गावरम, कोर्रापाढ़, डब्बाकोन्टा, तुमालपाढ़, पिड़मेल, करीगुंडम, मिनपा जैसे ग्राम शामिल है. उक्त ग्रामों के बच्चें यहां रहकर शिक्षा ग्रहण कर रहे है. इन ग्रामों में स्कूल एवं आश्रम का संचालित होना संभव नहीं है, क्योंकि नक्सली नहीं चाहते की ये बच्चे शिक्षा ग्रहण करे, इसलिए इन आश्रमों का संचालन पोलमपल्ली से किया जा रहा है.

ऐसे में आवश्यक है कि इन बच्चों को नक्सलवाद के खिलाफ जागरूक कर उन्हें बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराकर उज्ज्वल भविष्य बनाने हेतु लगातार मार्गदर्शन किया जाये. यह इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि ये बच्चे उन गाँवो से है, जो अति नक्सल प्रभावित है, इसलिए उचित मार्गदर्शन के आभाव में कहीं गलत राह ना पकड़ ले.

इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज यहां अध्ययनरत सभी बच्चों को पोटा केबिन पोलमपल्ली में एकत्रित किया, एवं इन बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने के लिए पिछले शैक्षणिक सत्र में कक्षा 1 से 10 तक प्रवणीय सूची में आये बच्चों को जवानों द्वारा पुरस्कार के रूप में स्कूल बैग एवं अन्य सामग्री प्रदान की गई. साथ ही बच्चों को बेहतर भविष्य निर्माण हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया गया.

जवानों के कहा कि स्कूल जाकर बच्चों से मिलकर बहुत अच्छी अनुभूति हुई, डुब्बामरका, एंटपाढ़, सिलगेर जैसे ग्रामों के बच्चें जब प्रवणीय सूची में उच्च स्थान प्राप्त किये तो हमें खुशी एवम आश्चर्य दोनों हुआ, और एहसास हुआ कि इन क्षेत्रों के बच्चें किसी से कम नही है, यदि इन्हें उचित शिक्षण एवम मार्गदर्शन मिले तो वे सफ़लता के नए मुकाम हासिल कर सकते है.

यहां उपस्थित छात्रों द्वारा हाई स्कूल में शिक्षक की कमी के बारे में, एवम जाति प्रमाण पत्र बनाने में आ रही अड़चनों की जानकारी दी गयी. उक्त कमियों को जवानों ने कलेक्टर के माध्यम से तत्काल दूर करने का वादा किया है. आज के उक्त अभियान में दोरनापाल एसडीओपी विवेक शुक्ला, दोरनापाल एसएचओ अमित सिंह, पोलमपल्ली एसएचओ रविन्द्र यादव, एसआई ललित चंद्रा और थाना बल उपस्थित था.