पुष्पलेश द्विवेदी, सिंगरौली। मध्यप्रदेश में चुनावी साल में कुछ अलग तरह की राजनीति शुरू हो गई है। प्रदेश के एक विधायक ने जहां जनमत संग्रह कराकर मिले मत के आधार पर आगामी चुनाव लड़ने की बात कही थी, वहीं इसी कड़ी में अब एक विधायक ने तो आगामी विधान सभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा खुले मंच से कर दी है। विधायक के इस घोषणा के बाद उस विधान सभा क्षेत्र में सियासी पारा चढ़ गया है। टिकट की आस में तैयार नेताओं का बांछें खिल गई है। ऐसे नेताओं के आगे की रुकावट अपने आप साफ हो गया है। वहीं विरोधी दल के नेता भी माननीय के इस घोषणा की तारीफ कर रहे हैं।

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जानकारी के अनुसार सिंगरौली जिले के नागौद विधानसभा के रहिकवारा में भूमिपूजन के दौरान पूर्व मंत्री और विधायक नागेंद्र सिंह ने इस बार फिर चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है। विधायक ने कहा हम सब मिलकर नई शक्ति के साथ नया विधायक बनाएंगे। भाजपा हमेशा रहिकवारा के विकास के लिए आपके साथ है और रहेगी।

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बता दें कि राजनीति में तो लोग टिकट पाने और चुनाव में फतह हासिल करने साम, दंड भेद की नीति अपनाते हैं। मौका मिलने पर नेताओं द्वारा राजनीतिक गुरु को भी नजर अंदाज करने के कई उदाहरण देखने को मिलते रहे है। टिकट पाने और चुनाव में विजयी पाने हर हथकंडे अपनाए जाते हैं ऐसे में विधायक द्वारा खुद होकर चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा अपने आप में चौंकाने वाली और बड़ी बात है। राजनीति के जानकार विधायक की घोषणा के कई सियासी मायने निकाल रहे है। ऐसे लोगों का मानना है कि उनका टिकट कटने वाला है इसलिए पहले से घोषणा कर रहे हैं, वहीं कई लोगों का कहना है कि दोबारा टिकट के लिए पार्टी पर दवाब बनाने की यह एक रणनीति है।

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