रायपुर। विधानसभा चुनाव की तारीख करीब आते-आते सियासी बयानबाजी तेज होने लगी है. कांग्रेस के संकल्प शिविर पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने तंज कसते हुए कहा कि किस बात का संकल्प ले रहे हैं? कार्यकर्ताओं को क्या सिखाएंगे? पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कौशिक के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर 15 साल का लिस्ट निकलें तब बीजेपी खड़ी भी नहीं हो पाएगी.

कांग्रेस के संकल्प शिविर पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने तंज कसते हुए कहा कि किस बात का संकल्प ले रहे हैं? कार्यकर्ताओं को क्या सिखाएंगे? झूठ-फरेब कर जैसे सरकार में आए हैं, वैसे ही जनता के पास जाएंगे. जनता इनके बहकावे में नहीं आने वाली है. कार्यकर्ता भी समझ चुके हैं. एक बार चल गई दोबारा चलने वाली नहीं है. संकल्प शिविर का कोई लाभ नहीं होने वाला है.

कौशिक ने कहा कि संकल्प उस बात का लिया जाता है, जो कहा है वह होना चाहिए. आज शराबबंदी की क्या स्थिति है. पूरे प्रदेश को शराब का गढ़ बना दिया. लगातार परिवार आत्महत्या कर रहे हैं, युवा भटक रहे हैं. पूरे छत्तीसगढ़ में बद्दतर स्थिति है. वहीं घोषणा पत्र समिति की बैठक को लेकर कहा कि एक बार फिर जनता को छलने के लिए घोषणा पत्र बना रहे हैं, लेकिन इस बार छत्तीसगढ़ की जनता उनके बहकावे में आने वाली नहीं है. कांग्रेस के प्रति लोगों का विश्वास खत्म हो गया है.

सीएम बघेल के 75 प्लस का रिटर्न गिफ्ट वाले बयान पर पूर्व नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि सामने चुनाव है. कितना रिटर्न गिफ्ट देंगे. जनता रिटर्न गिफ्ट देने के लिए तैयार बैठी है. इस बात को घमंड और अहंकार से ना बोले, उनका यह अहंकार जनता खत्म करेगी.

कुमारी सैलजा की मौजूदगी में कांग्रेस घोषणा पत्र समिति की बैठक हुई. इस दौरान घोषणा पत्र समिति के सदस्यों ने सुझाव दिए.

वहीं दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दीपक बैज ने कौशिक के ‘किस बात का संकल्प लेंगे’ वाले बयान पर कहा कि अगर 15 साल का लिस्ट निकलें, तब बीजेपी खड़ी भी नहीं हो पाएगी. कांग्रेस ने 90% से अधिक वादे पूरे किए हैं. बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए राज्य सरकार को सेंट्रल एजेंसी के माध्यम से डराने का प्रयास कर रही है. बीजेपी चुनाव नहीं लड़ रही, बल्कि ईडी और आईटी चुनाव लड़ रहे हैं.

वहीं पूर्व सीएम के ‘बंद कमरे में बैठक’ वाले बयान पर बैज ने कहा कि बंद कमरे में कौन बैठक कर रहा है, यह अच्छे से पता चल रहा है.
शाह जी छत्तीसगढ़ आते हैं, और बंद कमरे में बैठक करते हैं. प्रदेश के नेताओं दिल्ली बुलाते हैं, और बंद कमरे में बैठक करते हैं. पूर्व सीएम अपने घर से टिकट का ऐलान कर रहे हैं. बीजेपी का किसी के पास कोई कंट्रोल नहीं है. गली और ब्लॉक में टिकट बंट रहा है. समझ लीजिए बीजेपी का क्या हाल है.

पूर्व आईएएस नीलकंठ के काम के केशकाल से चुनाव लड़ने पर दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस को इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. पिछली बार कलेक्टर को देखे थे, अब उनका क्या हाल है. लेकिन लोकतंत्र है, यहां कोई भी चुनाव लड़ सकता है. फैसला जनता करेगी और पूरे छत्तीसगढ़ और सभी क्षेत्र में सीएम बघेल के नेतृत्व में अच्छा काम हुआ है. किसी भी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को कोई दिक्कत नहीं है.

बीजेपी में नए चेहरों के प्रवेश पर बोले पीसीसी चीफ ने कहा कि बीजेपी के पास कैंडिडेट नहीं है. वह एक-एक व्यक्ति को खोज रहे हैं. 21 प्रत्याशियों की लिस्ट में लगातार विरोध जारी है. अगले महीने उनकी टिकट बदल देंगे, उनकी यह स्थिति है. हम सितंबर के पहले सप्ताह में जब सूची जारी करेंगे, वह हमारे विनिंग कैंडिडेट होंगे.