हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र के नियमों का बहुत ज्यादा महत्व है. वास्तु के नियमों के हिसाब से घर की हर एक दिशा और हर एक कमरे का विशेष महत्व होता है. किचन घर का तो महत्वपूर्ण हिस्सा है ही साथ ही वास्तु के नियमों का भी इसपर बहुत असर पड़ता है. वास्तु के नियमों के हिसाब से किचन से निकलने वाली ऊर्जा का असर घर के सदस्यों की सेहत पर पड़ता है. क्योंकि यहां पर घर के सारे सदस्यों का खाना बनता है. यह घर की आर्थिक स्थिति को भी प्रभावित करता है. किचन से जुड़ी कुछ गलतियों की वजह से ये ऊर्जा नकारात्मकता में बदल जाती है. खासकर अगर आप किचन में रात में जूठे बर्तन सिंक में रख कर सोते हैं तो ये आपके दुर्भाग्य का कारण बन सकता है. आइए जानते हैं कि किचन में जूठे बर्तन क्यों नहीं छोड़ने चाहिए. Read More – अब डायरेक्टर बनने वाली हैं Disha Patani, Youtube पर शेयर किया Video …

किचन में क्यों नहीं छोड़ने चाहिए झूठे बर्तन?

  1. वास्तु शास्त्र के नियमों की मानें तो किचन की सिंक में जूठे बर्तन रखना बहुत अशुभ है. माना जाता है कि किचन में रात के समय जूठे बर्तन छोड़ देने से मां लक्ष्मी नाराज होती हैं और उस घर में कभी वास नहीं करती हैं. रात भर पड़े जूठे बर्तन घर में दरिद्रता लेकर आते हैं. इससे घर के सदस्यों की आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं.
  2. माना जाता है कि रात के वक्‍त किचन में जूठे बर्तन छोड़ने से घर के लोगों पर राहु-केतु का अशुभ प्रभाव पड़ता है और घर में रुपया-पैसा टिक कर नहीं रह पाता है. रात में गैस चूल्‍हे को गंदा छोड़ना भी बहुत अशुभ माना जाता है. गंदा चूल्हा और रात के झूठे बर्तन से मां अन्‍नपूर्णा देवी नाराज हो जाती हैं और इसकी वजह घर में रहने वालों की सेहत अक्सर खराब रहती है. Read More – Aks फिल्म की शूटिंग के दौरान रखा फ्रेंच शेव, जानिए क्यों इसी स्टाइल में नजर आते हैं अमिताभ बच्चन …
  3. किचन की सिंक में जूठे बर्तन छोड़कर सोना मुसीबतों को न्यौता देना है. जिन घरों में रात को जूठे बर्तन रहते हैं वहां वक्त धन की कमी रहती है. परिवार के सदस्यों की आर्थिक स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती जाती है.
  4. वास्तु के मुताबिक रात में खाना खाने के बाद किचन को हमेशा साफ करके ही सोना चाहिए. घर को भी हमेशा साफ- सुथरा रखना चाहिए क्योंकि मां लक्ष्मी साफ- सुथरे घर में ही वास करती हैं. अगर आप किसी वजह से रात में बर्तन नहीं भी धो पाए हैं तो धो कर रखें, यानी उनमें जूठन नहीं लगनी होनी चाहिए.