महासमुंद. पिथौरा में दूध डेयरी का व्यवसाय करने वाले दो युवकों को ओडिशा के खोरधा पुलिस द्वारा मारपीट कर सोने की चेन, मोबाइल और घड़ी लूटने का मामला सामने आया है. डेयरी संचालक रोहित दुबे और आलोक मिश्रा ने बताया कि बीते रविवार को वे अपनी डेयरी के लिए दो गाय खरीद कर उसे लाने की कानूनी प्रक्रिया के बाद पिकअप से खोरधा से पिथौरा लाने के लिए निकले थे. इस बीच रात करीब 10 बजे खोरधा थाना के सामने कुछ असामाजिक तत्वों की तरह दिख रहे युवकों ने हमारी गाड़ी रोकी और गाय काटने ले जा रहे हो कहकर जोरदार पिटाई कर हमें पुलिस के सुपुर्द कर दिया.
थाना में युवकों को बजरंग दल का होना बताया. जिन्होंने डेयरी संचालक से 2 लाख रुपये की मांग की. आलोक ने बताया कि जब उन्होंने गाय से सम्बंधित सभी कागजात बिल इत्यादि दिखाए, तब पुलिस ने रोहित को लॉकअप में बंद कर पिटाई शुरु कर दी. सात ही उसकी घड़ी, 2 मोबाइल, सोने की चेन भी उतरवा कर रख ली. ये जानकारी जब पिथौरा में डेयरी के दूसरे संचालक आलोक को लगी तब उसने सम्बंधित थाने में जाकर रोहित को लॉकअप में रखने का कारण पूछा. तब वहां के थाना प्रभारी द्वारा उन्हें भी धमकाया और रोहित को छुड़ाने के लिए एक लाख रुपये की मांग की. नहीं देने पर उसे भी बंद करने की चेतावनी दी.
उक्त घटना के बाद दोनों डेयरी संचालकों ने रुपये की व्यवस्था करने जाने के नाम पर आलोक के पास रखे 15000 और लेकर उन्हें रुपयों की व्यवस्था कर आने के लिए छोड़ा था. लेकिन खोरधा पुलिस और कथित बजरंग दल वालो से डर कर दोनों डेयरी संचालक जैसे तैसे अपने घर पहुंचे और घटना की जानकारी को दी
बताया जाता है कि खोरधा का उक्त थाना इंडस्ट्रियल स्टेट में है. घटना की जानकारी मिलने के बाद खोरधा थाना प्रभारी बासुदेव जयसिंह के मोबाइल नम्बर पर बात करने का प्रयास किया गया. लेकिन उन्होंने प्रेस का नाम लेते ही फोन काट दिया. उसके बाद से वे फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं. बल्कि उन्होंने किसी आरक्षक से डेयरी संचालक को कॉल कर गाय ले जाने की बात कही है. इधर दोनों डेयरी संचालक खुद के साथ हुई मारपीट से खासे भयभीत हैं.
बता दें कि बगैर किसी अपराध के ही ओडिशा पुलिस ने रोहित दुबे से 15000 रुपये नगद, एक तोला सोने की चेन, आधार कार्ड, दो मोबाइल, 2 चार्जर, वोटर आई डी आदि लूट कर गाय को कथित बजरंग दल के युवकों को सौंप दिया गया है.
सीएम से की ये मांग
संचालकों ने सीएम भूपेश बघेल से अपील की है कि ओडिशा में छत्तीसगढ़ियों पर किये जा रहे अत्याचार के सम्बन्ध में ओडिशा सरकार से चर्चा कर छत्तीसगढ़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है. साथ ही मामले की शिकायत महासमुंद पुलिस अधीक्षक से भी की है.
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