साल 2019 में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा शुरू की गई छत्तीसगढ़ सुपोषण योजना के अंतर्गत पौष्टिक भोजन महिलाओं और बच्चों उपलब्ध करवाना है
यह योजना महात्मा गांधी के 150वीं जन्म दिवस पर लाई गई.
जिसमें 0 से 5 वर्ष तक के कुपोषित-एनीमिया पीडि़त बच्चों और 15 से 49 वर्ष तक की एनीमिया पीडि़त महिलाओंको कुपोषण- एनीमिया से मुक्त कराने के लिए ये योजना लाई गई
इस योजना का लाभ केवल छत्तीसगढ़ राज्य के स्थाई निवासी गरीब परिवार के बच्चे व वो महिलाएं उठा सकती है जो एनीमिया रोग से ग्रसित हैं या गर्भवती हैं
01 से 03 वर्ष के कुपोषित बच्चों को पौष्टिक गर्म खिचडी एवं गर्भवती, एनीमिक महिलाओं को गर्म भोजन (चावल,दाल,रोटी,सब्जी,अचार,पापड,सलाद,गुड) प्रदाय किया जा रहा है
योजना के अंतर्गत महिलाओं और बच्चों को बिल्कुल मुफ्त भोजन मिलेंगा
2019-20 में 2683 लक्षित बच्चे थे जिसमें से 1800 बच्चे कुपोषण से मुक्त हो गए है, 2020-21 में 1263 लक्षित बच्चे थे जिसमें से 648 बच्चे कुपोषण से मुक्त हो गए है.
अब तक के आकड़े
2021-22 में 12325 लक्षित बच्चे थे जिसमें से 4911 बच्चे कुपोषण से मुक्त हो गए है। इसी तरह 2022-23 में 16201 लक्षित बच्चे है जिसमें से 4303 बच्चे कुपोषण से मुक्त हो गए है.
योजना हेतु दस्तावेज
· आधार कार्ड की फोटोकॉपी· फोन नंबर· ईमेल आईडी· पासपोर्ट साइज की रंगीन फोटो· शिशु जन्म प्रमाण पत्र
आवेदन प्रक्रिया
इस योजना का लाभ कितने लाभार्थियों को मिल चूका है. या मिल रहा है इसकी जानकारी आप छत्तीसगढ़ राज्य की सुपोषित छत्तीसगढ़ नाम से जारी की गई अधिकारिक वेबसाइट में जाकर देख सकते हैं.
WATCH MORE
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना : 7500 कन्याओं के विवाह का लक्ष्य