कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश में इस बार मानसून का दौर हर बार के मुकाबले कम रहा। प्रदेश के कई जिलों में जोरदार बारिश हुई तो कही सुखा पड़ा रहा। वहीं ग्वालियर जिले में सूखे की आहट है। अब तक यहां 20 फीसदी बादल कम बरसे है।
मानसून का दौर खत्म होने पर है। वहीं अगस्त के महीने में भी प्रदेश सुखा ही रहा। अंचल के 6 जिलों में सबसे कम बारिश ग्वालियर में हुई, तो भिंड में कोटे से 48% ज्यादा बारिश हुई। ग्वालियर जिले में अब तक 446.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
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बतादें कि तिघरा डेम में 115 दिन का पानी ही बचा है। वहीं तिघरा 80 फीसदी आबादी को पानी सप्लाई करता है। ऐसे में अगर सितंबर भी खाली गया ताे मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है।
सावन का महीना सुखा निकला है। भादाैं में भी अगर कम बारिश हुई तो वो लोगों को निराश कर सकता है। ग्वालियर-चंबल संभाग के 6 जिलों में सबसे कम बारिश ग्वालियर जिले से दर्ज हुई है। यहां अब तक 446.2 मिमी बारिश हुई है।
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