नई दिल्ली . जी-20 शिखर सम्मेलन के मुद्देनजर दिल्ली सरकार भी पुख्ता इंतजाम करने में जुटी है. बुधवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें तय किया गया कि दिल्ली के आठ अस्पताल हाईअलर्ट पर रहेंगे.

उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार के पांच बड़े अस्पताल के साथ ही तीन प्राइवेट अस्पतालों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है, जहां पर 24 घंटे स्टाफ तैनात रहेगा. मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए.

भारद्वाज ने बताया कि मेहमानों के लिए राजधानी में 25 होटल में ठहरने की व्यवस्था की गई है, जिन्हें ध्यान में रखते हुए डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की 80 टीमों का गठन किया है. ये सभी होटलों पर तैनात रहेंगी. इनमें 75 टीम शिफ्ट में काम करेंगी. प्रत्येक होटल में तीन टीमों को तैनात किया गया है, जो की आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में काम करेंगी. अन्य पांच टीम बैकअप के तौर पर रखी गई हैं, जो कहीं पर भी किसी प्रकार की कोई दिक्कत या परेशानी होने पर उपलब्ध होंगी. किसी भी प्रकार की कोई कोताही विदेशी मेहमानों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में नहीं की जाएगी. हर टीम की नियमित निगरानी होगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि विदेशों से आने वाले मेहमानों को दिल्ली में जरूरत पड़ने पर बेहतर चिकित्सा सेवा मुहैया कराई जाए. इसके साथ ही 106 एंबुलेंस 24 घंटे हाईअलर्ट पर रहेगी. किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए भी दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने 30 एनेस्थीसिया के स्पेशलिस्ट को 24 घंटे हाईअलर्ट पर रखा है.

मंत्री ने कहा कि सरकारी अस्पतालों के साथ चाणक्यपुरी का प्राइमस अस्पताल, साकेत में मैक्स अस्पताल और द्वारका में स्थित मणिपाल अस्पताल भी मुस्तैद रहेंगे, जिनमें 24 घंटे इलाज की सुविधा दी जाएगी.

विशेष ओपीडी की व्यवस्था

दिल्ली के राम मनोहर लोहिया और लेडी हार्डिंग अस्पताल में विदेशी मेहमानों के लिए विशेष ओपीडी की व्यवस्था की है. इनमें मेडिसिन, सर्जरी, सांस रोग विशेषज्ञ, हार्मोन रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ आदि विभागों के डॉक्टर मौजूद रहेंगे. एम्स, सफदरजंग और आरएमएल जैसे प्रमुख सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर 24 घंटे तैनात रहेंगे.

अस्थाई केंद्र बनाए जाएंगे

अलग-अलग स्थानों पर अस्थाई चिकित्सा सेवाएं भी स्थापित की जा रही हैं. प्रगति मैदान में मुख्य कार्यक्रम स्थल भारत मंडप में इमरजेंसी के अलावा एक अस्थाई आईसीयू इकाई स्थापित की जा रही है. इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में गहन देखभाल इकाइयां स्थापित की जाएंगी.

आपात स्थिति के लिए 128 डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया

चिकित्सा आपातकाल के मामले में सुरक्षित और तत्काल परिवहन के लिए चिकित्सा टीमों को निकटतम अस्पतालों से जोड़ा जाएगा. एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस में वेंटिलेटर, मोनिटर, ऑक्सीजन, आवश्यक दवाएं, क्लाट बस्टर इंजेक्शन इत्यादि की सुविधा होगी. एंबुलेंस में पैरामेडिकल कर्मचारी के अलावा डॉक्टर भी तैनात रहेंगे. दिल्ली सरकार के अस्पतालों के 128 डॉक्टर प्रशिक्षित किए गए हैं.