कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादितय सिंधिया का दौरा होगा। यहां वे स्थानीय और पार्टी कार्यक्रमों में शामिल होंगे। वहीं आज विधानसभा निर्वाचन को लेकर ग्वालियर चंबल संभाग के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बड़ी बैठक होगी। साथ ही आज शहर में परंपरागत ऐतिहासिक चकरी मेला भी लगेगा। जिसमें कलाकारों द्वारा विभिन्न पारंपरिक लोककलाओं का प्रर्दशन किया जाएगा।

सिंधिया का ग्वालियर दौरा
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। इसी कड़ी में आज ज्योतिरादितय सिंधिया ग्वालियर दौरे पर आ रहे है। आज सुबह 11 बजे ग्वालियर एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद वे स्थानीय और पार्टी कार्यक्रमों में शामिल होंगे।

विधानसभा निर्वाचन को लेकर बड़ी बैठक
संभागीय आयुक्त दीपक सिंह की अध्यक्षता में राजस्व भवन सभागार में आज ग्वालियर चंबल संभाग के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बड़ी बैठक आयोजित होगी। यह बैठक सुबह 11 बजे से शाम 4:00 बजे तक चलेगी।अलग-अलग जिलों के कलेक्टर एसपी के साथ प्रेजेंटेशन सेशन होगा। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर और चंबल संभाग के साथ ही ग्वालियर चंबल संभाग के सभी कलेक्टर और एसपी शामिल होंगे।

नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को सजा
पड़ोस में रहने वाली नाबालिक के साथ दुष्कर्म अपहरण करने के मामले में आरोपी धनंजय जाटव को 10 साल की सजा दी गई है। इसके साथ ही जिला अदालत ने 20 हज़ार का जुर्माना भी लगाया है। ग्वालियर में 10 जून 2020 को यह घटना हुई थी। जिसमें आरोपी ने नाबालिग को फोन कर बुलाया। नाबालिग वहां पहुंची तो दोस्त के फ्लैट में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया था।

परंपरागत ऐतिहासिक चकरी मेला
ग्वालियर में आज लाइन नम्बर 01 बिरला नगर हजीरा में शाम 4.00 बजे से ऐतिहासिक व पारम्परिक चकरी मेला का आयोजन होगा। मेले में शहर के कलाकारों द्वारा विभिन्न पारंपरिक लोककलाओं का प्रर्दशन किया जाएगा। मुख्य अतिथि महापौर डाॅ. शोभा सिकरवार, अध्यक्षता सभापति मनोज सिंह तोमर करेंगे। रियासत काल से यह मेला स्थानीय शासकों द्वारा आयोजित कराया जाता था। निगम के गठन के बाद इस ऐतिहासिक मेले का आयोजन निगम द्वारा हर साल रक्षाबंधन त्यौहार के अगले दिन किया जाता है।

इस मेले में शहर और अंचल के कलाकारों द्वारा चकरी घुमाने का प्रदर्शन किया जाता है। इसके साथ ही मेले में कलाकारों द्वारा सुदर्शन चक्र घुमाने, हसली उठाने, सीने पर पत्थर तोड़ने आदि से संबंधित अनेक साहसिक खेलों का प्रदर्शन किया जाता है। मेले के समापन पर सभी प्रतिभागियो को प्रोत्साहन स्वरूप पुरूस्कार प्रदान किए जाते हैं। इस प्राचीनतम मेले में हजारों की संख्या में लोग कलाकारों का उत्साहवर्धन करने पहुंचते है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus