नई दिल्ली . सम्मेलन को लेकर पुरानी दिल्ली के खाने-पीने और खरीदारी के लिए मशहूर इलाकों में भी तैयारियां चल रहीं हैं. चांदनी चौक के कारोबारियों का कहना है कि मेहमानों को मशहूर जलेबी खिलाएंगे. दुकानों के बाहर बोर्ड लगाकर मेहमानों को आमंत्रित किया जा रहा है. व्यापारी चाहते हैं कि उनके यहां अमेरिका और चीन के राष्ट्रपति आएं.

चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के साथ मिलकर कई व्यापारिक संगठनों ने यह पहल की है. चांदनी चौक की एक पूरी गली पराठे वालों के नाम से प्रसिद्ध है तो जलेबी-कचौड़ी, छोले-भटूरे, भल्ले-पापड़ी की भी कई मशहूर दुकानें हैं. इनके बाहर होर्डिंग लगाए जा रहे हैं. स्पेशल जलेबी व रबड़ी के दुकानदार पन्ना लाल एंड संस ने होर्डिंग लगाया है, जिस पर लिखा है कि वसुधैव कुटुम्बकम और उसके नीचे लिखा है, वन अर्थ-वन फैमली. उधर, सदर बाजार में साड़ी, सूट, लहंगा, जूलरी, सूटिंग-शर्टिंग, गोटा जरी के व्यापारियों का कहना है कि विदेशी मेहमान खरीदारी करने जरूर आएं और देखें कि यहां की संस्कृति में किस तरह के परिधान प्रचलित हैं. दिल्ली हिंदुस्तान मर्केंटाइल एसोसिएशन के महामंत्री श्रीभगवान बंसल का कहना है कि उम्मीद है कि मेहमान खरीदारी करने आएंगे. उन्हें आमंत्रित किया जा रहा है कि वो देखें कि ऐतिहासिक बाजार देखें.

लजीज व्यंजनों का स्वाद लेने की अपील

चांदनी चौक के मशहूर जलेबी कारोबारी रमाकांत शर्मा ने बताया कि मेहमानों के लिए विशेष जलेबी-रबड़ी बनेगी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग हमारी जलेबी का स्वाद जरूर लेने आएं. इनका स्वाद और मेहमान नवाजी वो भूल नहीं पाएंगे. सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल का कहना है कि व्यापारियों के साथ मिलकर हम कैंपेन चला रहे हैं, जिसमें अतिथियों को बाजार में आने और लजीज व्यंजन को चखने का आह्वान किया जा रहा है.

अतिथियों से गाइड की मदद से बात करेंगे

व्यापारियों को उम्मीद है कि उनके यहां विदेशी मेहमान जरूर आएंगे. उनसे बातचीत के लिए टूरिस्ट गाइड की मदद ली जाएगी. ज्वेलरी कारोबारी गुरमीत अरोड़ा कहते हैं कि हमने चार दिनों के लिए अंग्रेजी और अन्य भाषाओं के जानकार हायर करने की योजना बनाई है, जिन्हें मेहमानों से बातचीत करने पर भुगतान करेंगे. कई कारोबारियों ने अंग्रेजी बोलने में एक्सपर्ट बच्चों को सम्मेलन के दौरान दुकान पर बुलाने का फैसला लिया है.