Rajasthan News: जयपुर. मिर्गी के मरीजों को इलाज व जांच के लिए अब नई दिल्ली या केरल नहीं जाना पड़ेगा. सवाई मानसिंह अस्पताल में ही इलाज व जांच की व्यवस्था शुरू हो जाएगी. इसके लिए यहां पर एपिलेप्सी मॉनिटरिंग यूनिट बनाई गई है. यह यूनिट शुक्रवार से शुरू हो जाएगी.
न्यूरोलोजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. भावना शर्मा ने बताया कि मिर्गी के 80 फीसदी मरीज दवा से ठीक हो जाते हैं लेकिन 20 फीसदी इससे वंचित रह जाते हैं. ऐसे मरीजों को जांच व इलाज के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता था. अब अस्पताल के बांगड़ परिसर में एपिलेप्सी मॉनिटरिंग यूनिट स्थापित की गई. इसमें करीब 70 लाख रुपए से तीन मशीनें लगाई जानी हैं. एक मशीन इंस्टॉल हो चुकी है. शुक्रवार को उद्घाटन के बाद उसे शुरू कर दिया जाएगा. एक माह में अन्य दो मशीनें भी आ जाएंगी.
जांच में सब सामने आ जाएगा
मशीन पर जांच कर पता लगाया जा सकेगा कि मिर्गी के दौरे कब, कैसे पड़ रहे हैं. दिमाग का कौन सा हिस्सा प्रभावित हो रहा है. चिकित्सकों का दावा है कि यह जांच सुविधा उपलब्ध करवाने वाला एसएमएस अस्पताल प्रदेश का पहला सरकारी अस्पताल होगा.
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