दिलीप साहू,बेमेतरा. बरसात का मौसम यानी खेती किसानी का मौसम है. जब हम रास्ते से गुजरते हैं तो देखते हैं कि सड़क के आस-पास के खेतों में लोग इस मौसम में रोपा लगाते दिख जाते हैं. इसलिए कभी -कभी हमारा भी मन हो जाता है कि हम भी इनकी मदद कर दें. लेकिन हम अक्सर ऐसा नहीं कर पाते,पर जिसने बचपन में ही ये सब किया हो वो भला अपने आप को कैसे रोक सकता है.

दरअसल आज जिले के कलेक्टर महादेव कावरे दौरे पर निकले हुए थे. इस दौरान वो अपने आप को तब नहीं रोक पाए जब उन्होंने देखा कि लोग अपने खेत में धान की रोपाई कर रहे थे. फिर क्या था कलेक्टर महादेव ने ड्राइवर से गाड़ी रोकने के लिए कहा और खुद खेत में उतरकर रोपा लगाने लगे.

अचानक कलेक्टर के खेत में पहुंचने से सब हैरान थे. इस दौरान उन्होंने खेत में काम कर रही घसनीन बाई से जो बताया उससे समाज को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि बचपन में खेती-किसानी का काम भी शौक से करते थे, आज रोपा लगाते समय आपको देखा तो मुझे अपना बचपना याद आ गया. इसलिए मै अपने आप को रोक नहीं सका. बता दें कि जिले के वर्तमान कलेक्टर छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित बीजापुर जिला के रहने वाले हैं. महादेव कावरे ने यहीं से अपनी प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की है.