Ganesh Chaturthi 2023 : सरकार द्वारा प्रति वर्ष लोगों को पर्यावरण को लेकर ईको फ्रेंडली मूर्ति की स्थापना करने की बात कही जाती है. साथ ही पीओपी से बनी मूर्तियां पर्यावरण को क्षति पहुंचाती हैं. ऐसे में पिछले दो-तीन सालों में गोबर से बनी ईको फ्रेंडली गणेश प्रतिमा की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ गई है.

इस वर्ष गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) का उत्सव मंगलवार, 19 सितंबर, 2023 को मनाया जाएगा. जिसे लेकर जोरो से तैयारी चल रही है. गाय के गोबर की गणेश प्रतिमा पवित्रता और शुद्धता के प्रतीक व संपन्नता और आरोग्यता का प्रतीक हैं. हर साल गाय के गोबर से बनी गणेश प्रतिमा की ऑनलाइन डिमांड बहुत ज्यादा होती है.

तीन से लेकर 28 इंच तक की प्रतिमा

प्रतिमा तीन इंच से लेकर 28 इंच तक की बनाई जा रही है. छोटी प्रतिमा बड़ी संख्या में बनाई गई है. वहीं 22 इंच से लेकर 28 इंच की प्रतिमा को स्पेशल आर्डर पर ही बनाया जा रहा है.

ऐसे होती है तैयार

देसी गाय के गोबर को सूखाकर उसका पाउडर बनाया जाता है. इसके बाद उसमें प्राकृतिक चीजें जैसे इमली के बीज का पाउडर, गोंद और उड़द दाल का पाउडर मिलाया जाता है. इसके बाद सांचे में ढालकर प्रतिमा को आकार दिया जाता है. फिर उसे पकाकर ईको फ्रैंडली रंग से रंगा जाता है. इन मूर्तियों को बनाने में 15 मिनट का ही समय लगता है लेकिन, गोबर को सूखने में 4 से 5 घंटे लगता है. इसे कलर करने के बाद यह 8 दिन में तैयार होती है.

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