मुकेश मेहता, बुदनी। हमेशा विवादों में रहने वाला सीहोर जिले का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाड़कुई एक बार फिर लापरवाही और अनिमिताओं के कारण चर्चाओं में है। सोमवार को यहां समय पर इलाज नहीं मिलने के चलते एक माह की बच्ची की मौत हो गई।

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मरियाडो गांव के अंतरसिंह बारेला ने बताया कि बच्ची की तबीयत खराब होने पर 10 बजे के करीब उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा, जहां डॉक्टर नदारत मिले। पूछने पर नर्स ने बताया गया कि कुछ समय में डॉक्टर साहब आ जाएंगे, आप थोड़ा इंतजार करो। लेकिन काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी डॉक्टर नहीं पहुंचे और समय पर इलाज ना मिलने पर बच्ची की जान चली गई। नर्सों द्वारा भी नवजात का प्राथमिक इलाज नहीं किया गया। अगर समय पर बच्ची को इलाज मिल जाता हो उसकी जान बच सकती थी।

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बता दें कि ओपीडी खुलने का समय 9:30 का है, लेकिन यहां पदस्थ डॉक्टर प्रदीप जायसवाल कभी-भी समय से स्वास्थ्य केंद्र नहीं पहुंचते हैं, जिसको लेकर ग्रामीणों द्वारा कई बार उनकी शिकायत भी की गई, लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों और नेताओं का संरक्षण प्राप्त होने के कारण उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।

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