पिथौरा. अंचल में हलष्ठी (कमरछठ) पर्व को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह रहा. महिलाएं अपने संतान की लंबी उम्र की कामना करते हुए हल षष्ठी व्रत रखकर पूजा-अर्चना की.
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हल षष्ठी पर्व पर खास मान्यता है, जिसमें महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं और अपने संतानों की लंबी उम्र की कामना की. मान्यता यह भी है कि जिनकी संतान न हो वे महिलाएं संतान प्राप्ति के लिए व्रत रखती हैं. हल षष्ठी पर महिलाएं सामूहिक रूप से एकत्रित होकर सगरी कुंड बनाकर पूजा अर्चना की.
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खास बात यह है कि इस पूजा में सिर्फ भैंस के दूध घी से ही पूजा की जाती है और इस पूजा के लिए किसी पात्र या बर्तन का उपयोग न कर पत्ते से बने दोना पत्तल और दातुन के लिए कुस काडी का उपयोग किया जाता है. हल षष्ठी व्रत रखकर महिलाएं मिट्टी के शिवलिंग बनाकर भी पूजा-अर्चना की.
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