नई दिल्ली. एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद उसे व उसके दो नाबालिग बच्चों की हत्या के दोषी तीन लोगों को अदालत ने मृत्युदंड की सजा सुनाई है. दोषियों ने पहले पेचकस से महिला को गोदा और फिर उसका गला घोटकर हत्या कर दी थी.
इसके बाद उन्होंने उसके दो बच्चों की हत्या कर दी और घर में लूटपाट की. यह घटना वर्ष 2015 में ख्याला थाना इलाके में हुई थी. महिला के पति ने शिकायत दर्ज कराई थी. इस क्रूर बलात्कार और हत्या में एक नाबालिग (किशोर) सहित चार लोग शामिल थे. तीस हजारी स्थित विशेष फास्ट ट्रेक अदालत की विशेष न्यायाधीश आंचल ने तीनों दोषियों शाहिद अकरम और रफत अली उर्फ मंजूर अली को हत्या, आपराध साजिश एवं लूट का दोषी पाते हुए मृत्युदंड की सजा सुनाई.
अदालत ने कहा कि यह घटना दुर्लभ से दुर्लभत्तम की श्रेणी में आती है. अदालत ने इन दोषियों पर 35-35 हजार रुपये का जुर्माना भी किया है. इन क्रूर अपराधियों ने 27 वर्षीय महिला और उसके सात साल व छह साल के दो बच्चों की निर्मम हत्या साबित हुआ है.
दोषी को पता था महिला का पति जयपुर गया है
अकरम को पता था कि जगह-जगह बाजार लगाने वाला महिला का पति घर पर मौजूद नहीं है. वह जयपुर गया हुआ है. दोषियों ने घर पर आने से पहले महिला को फोन किया. उसने भाई को घर पर आने के लिए आमंत्रित किया, लेकिन उसे नहीं पता था कि वह अपनी और बच्चों की मौत को बुलावा दे रही है.