संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी. मनियारी की पावन धरा लोरमी में सर्वदलीय मंच के माध्यम से मुक्तिधाम स्वच्छता अभियान, मनियारी बचाओ सफाई अभियान, वृक्षारोपण के बाद अब शव वाहन खरीदने मुहिम की शुरुआत व्हाट्सप ग्रुप के माध्यम से की गई. जिसके तहत जनसहयोग से 1 लाख 80 हजार रुपए राशि इकट्ठी की जा चुकी है.
सोशल साइट का आमतौर पर लोग टाइमपास, वीडियो, मैसेज भेजने या मौज मस्ती के रूप में काम लेते हैं, लेकिन लोरमी में सर्वदलीय मंच नाम से बने व्हाट्सप ग्रुप ने समाज में एक दूसरे को प्रेरित कर आज लाखों रुपए एकत्र कर शव वाहन खरीदने की तैयारी में हैं. जिसका लाभ क्षेत्र के लोगों को मिलेगा. विदित हो सबसे पहले वाट्सअप ग्रुप सर्वदलीय मंच के माध्यम से लोरमी के मुक्तिधाम को सुंदर बनाने मुहिम की शुरुआत की गई थी.
रमन सिंह भी कर चुके है तारीफ
वहीं आज मुक्तिधाम टीम के सदस्यों ने कड़ी मेहनत की और मुक्तिधाम को सुंदर बनाने परिसर में वृक्षारोपण के बाद ट्रिगार्ड सहित बैठने और स्वच्छ जल की सुविधा मुहैया कराई है. बता दें यह वही मुक्तिधाम है जिसकी तारीफ प्रदेश के मुखिया डॉ रमन सिंह ने अपने रमन के गोठ में स्वच्छता टीम के बारे में की थी.
चलाई गई मुहिम
जिसके बाद सर्वदलीय मंच के सभी सदस्यों द्वारा नगर में शव वाहन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जो मुहिम चलाई गई. इसके लिए नगर के लोगों की आवश्यक बैठक भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोरमी में संपन्न हुई. बैठक में शव वाहन खरीदने के लिए क्रय समिति बनाकर कार्य पूर्ण कराने का निर्णय लिया गया. साथ ही शव वाहन का संचालन मुक्तिधाम स्वच्छता टीम लोरमी को सौंपने का निर्णय लिया गया.
1 लाख 80 हजार पैसा इकट्ठा
गौरतलब है कि जन सहयोग से शव वाहन खरीदने हेतु राशि इकट्ठा किया जा रहा है जिसके अंतर्गत अब तक लगभग 1 लाख 80 हजार राशि इकट्ठी की जा चुकी है. बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों के विचार अनुरूप सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया. यहां तक इस नेक काम की चर्चा बिलासपुर से आये व्यापारियों ने सुनी तो उनके द्वारा भी इस अच्छे कार्य में अपना सहयोग राशि दिया गया.
व्यवस्था नहीं होने से लोगों को हो रही परेशानी
बता दें बीते दिनों एक ही रात में वनग्राम सुरही के रहने वाले राष्ट्रपति दत्तकपुत्र साजन बैगा दंपत्ति की मौत होने का मामला सामने आया था. वही संदिग्ध परिस्थिति में मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम कराने गांव के ही ट्रैक्टर में पहाड़ी के रास्ते लोरमी लाया गया. जिसके एवज में पीएम के बाद ट्रैक्टर मालिक को मोटी रकम उस निर्धन परिवार द्वारा दी गई. क्षेत्र में इस तरह कई अन्य मामले भी आते हैं जिसके चलते शव वाहन नहीं होने से स्थानीय लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.