भोपाल/नीमच। मध्य प्रदेश के नीमच (Neemuch) जिले में जन आशीर्वाद यात्रा पर हमले (Attack on Jan Ashirwad Yatra) के मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं 19 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। वीडियो के आधार पर आरोपियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। वहीं इसे लेकर प्रदेश में सियासत भी जारी है।
दरअसल, मंगलवार को नीमच के रामपुरा थाना क्षेत्र के रावली कुड़ी गांव में जन आशीर्वाद यात्रा पर ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। बताया गया कि ग्रामीणों ने पहले यात्रा को रोकने की कोशिश की। लेकिन जब यात्रा नहीं रुकी तो पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इस हमले में यात्रा में शामिल कई गाड़ियों के कांच फूट गए। वहीं भाजपा नेता बाल-बाल बच गए। हमले के पीछे की वजह चीता प्रोजेक्ट को लेकर विरोध बताया जा रहा है।
सीएम बोले- कमलनाथ पर संदेह
इसे लेकर सूबे में सियासत गरमा गई है। एक ओर बीजेपी जहां कांग्रेस पर आरोप लगा रही है तो वहीं कांग्रेस भी भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार कर रही है। बुधवार को अल्प प्रवास पर इंदौर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस घटना को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ पर संदेह जताया है।
सीएम ने कहा कि पत्थरों की बात कमलनाथ पहले ही कह रहे थे, ये संदेह पैदा करती है, जिन्होंने इस तरह की घटना की है वो कोई भी जांच के निर्देश दिए गए है, कार्रवाई भी होगी। उन्होंने कहा आगे कहा कि कांग्रेस से इतना कहना चाहता हूं इस तरह के जो हथकंडे वे अपना रहे है इससे उन्हें सफलता नहीं मिलेगी। वे कुछ भी कल लें, प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी भारी बहुमत से जीतने वाली है।
गृहमंत्री और रामेश्वर शर्मा ने बोला तीखा हमला
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह उकसा रहे थे, इसलिए यात्रा पर पथराव हुआ। हताशा और निराशा के कारण कांग्रेस इस तरह के कदम उठा रही है। वहीं बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अरे कांग्रेसियों, जनता का आशीर्वाद तो तुम्हारी दादी इंदिरा गांधी जेल में डालकर भी नहीं रोक पाई थीं, तुम पत्थरों से क्या रोकोगे! चाहे पत्थर फेंक लो, आग लगा दो या गोलियां चलवा दो, लेकिन जीतेगा कमल, खिलेगा कमल।
क्यों लगे जय जय कमलनाथ के नारे- भाजपा प्रवक्ता
बीजेपी प्रवक्ता गोपाल मालू ने कहा कि यात्रा शुरू होने से पहले कांग्रेस नेताओं ने कहा था हमला होगा। ये कांग्रेस की सोची समझी साजिश है। हमला होने के बाद जय जय कमलनाथ के नारे लगे है।
कमलनाथ ने किया पलटवार
वहीं कमलनाथ ने बीजेपी नेताओं के बयानों पर पलटवार किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा- नीमच-मंदसौर इलाके में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पर जनता का गुस्सा निकल रहा है। यह भाजपा सरकार पर अविश्वास का एक और उदाहरण है। इस क्षेत्र की जनता पर भाजपा सरकार चीता प्रोजेक्ट की अव्यवहारिक योजना लाद रही है। क्षेत्र के किसान और ग्रामीणों की जमीन बुरी तरह प्रभावित है, पशुओं की चरागाह छीन ली गई है।
उन्होंने आगे लिखा- यह क्षेत्र गुस्से से धधक रहा है, वहीं मुख्यमंत्री शिवराज और भाजपा के नेता सत्ता के नशे में चूर होकर जनभावनाओं की अनदेखी कर रहे हैं। मैं नीमच-मंदसौर इलाके की जनता के साथ हूं। मैं यह अन्याय नहीं होने दूंगा। मैं मुख्यमंत्री जी से मांग करता हूं कि हालात पर तुरंत संज्ञान लें। अव्यवहारिक चीता प्रोजेक्ट की वजह से जमीन से वंचित हो रहे पशुपालकों और किसानों को राहत दें। साथ ही क्षेत्र की जनता को मैं वचन देता हूं कि कांग्रेस सरकार आने पर हम इलाके के किसानों के हित में निर्णय करेंगे।
ये कांग्रेस नहीं बीजेपी का षड्यंत्र
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि ये कांग्रेस का नहीं बीजेपी का षड्यंत्र है। पिछले 18 साल में सरकार ने जो गलत फैसले लिए उसका जनता ने जवाब दिया। जनता से बगैर पूछे चीता प्रोजेक्ट लाया गया। प्रोजेक्ट लाने को लेकर वहां की जनता आक्रोशित है, उसकी का ये परिणाम है।
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