नई दिल्ली . दिल्ली जी-20 शिखर सम्मेलन में आने वाले विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए तैयार है. दिल्ली सरकार के मंत्रियों ने कहा कि जी-20 को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. केंद्र और राज्य सरकार समेत सभी एजेंसियों के सामूहिक प्रयास से सम्मेलन को लेकर काम हुए हैं.

पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने बुधवार को आईटीपीओ कॉम्प्लेक्स के निर्माण के लिए केंद्र सरकार की सराहना की है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा निर्मित आईटीपीओ कॉम्प्लेक्स ही नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन की भी मेजबानी करेगा. आतिशी ने शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज के साथ एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, “केंद्र सरकार ने पिछले 4 से 5 वर्षों में शानदार आईटीपीओ कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया है, जहां जी20 शिखर सम्मेलन होगा. यह अब विभिन्न देशों के मेहमानों का स्वागत करने के लिए तैयार है.”

आतिशी ने कहा कि आईटीपीओ परिसर के आसपास एक एकीकृत पारगमन गलियारे का निर्माण न केवल क्षेत्र में दीर्घकालिक यातायात मुद्दों का समाधान करता है, बल्कि जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रतिनिधियों की सुरक्षित आवाजाही भी सुनिश्चित करता है. उन्होंने कहा कि इस परियोजना को आईटीपीओ, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित किया गया था और दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग द्वारा इसे अंजाम तक पहुंचाने का काम किया गया.

दिल्ली सचिवालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में आतिशी ने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि दिल्ली जी-20 के जरिए सभी मेहमानों का दिल जीत लेगी. इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह सभी के सामूहिक प्रयास का नतीजा है कि आज हम इतने बड़े आयोजन के लिए तैयार हैं. वहीं, आतिशी ने कहा कि जी-20 की तैयारी में सभी एजेंसियों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है. सबसे पहले मैं केंद्र सरकार को बधाई देती हूं, जिसने आईटीपीओ (प्रगति मैदान का भारत मंडपम) परिसर बनाया है, जहां पर जी-20 की बैठक होने वाली है. एक बहुत ही शानदार परिसर बनकर तैयार हुआ है. इसके अलावा आईटीपीओ के आस-पास एक इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर बनाया गया है, जिससे कई जाम प्वाइंट को खत्म किया है. इसका पैसा केंद्र ने दिया है, लेकिन इसे बनाया लोक निर्माण विभाग ने है.

उन्होंने कहा कि जी-20 को देखते हुए पिछले कई महीनों में लैंडस्केपिंग, सड़कों की रिडिजाइनिंग का काम हुआ है. एयरपोर्ट से मध्य दिल्ली की तरफ आने वाली सड़क, रिंग रोड, मोती बाग, आरकेपुरम की सड़कों को रिडिजाइन किया गया है. अरिवंदो मार्ग, विकास मार्ग और लोधी रोड को रिडिजाइन किया गया है. इसके अलावा भैरो मार्ग सड़क को रिडिजाइन करने के साथ सौंदर्यीकरण किया गया है. दस ऐसी सड़कें हैं, जो बिल्कुल नई बनाई गई हैं. यह सब कुछ लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने किया है. पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर 21 मूर्तियां और 90 फाउंटेन लगाए गए हैं.

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली को तैयार करने के लिए एमसीडी ने भी अथक प्रयास किया है. भारद्वाज ने कहा कि जी20 के लिए किए गए प्रमुख कार्य मुख्य रूप से पीडब्ल्यूडी या एमसीडी के अधिकार क्षेत्र में आते हैं. बता दें कि नई दिल्ली में जी20 सम्मेलन की तैयारी का काम लगभग पूरा हो गया है. नौ और 10 दिसंबर को आईटीपीओ कॉम्लेक्स में इस सम्मेलन का आयोजन होगा. इसमें दुनिया के करीब दो दर्जन देशों के प्रमुख या वहां के वीआईपी डेलीगेशन सम्मेलन में भागीदार बनेंगे. इस कॉम्प्लेक्स का निर्माण प्रगति मैदान में विशेष तौर पर किया गया है.

95 फीसदी काम केंद्र के फंड से हुए भाजपा

दिल्ली भाजपा ने दावा किया है कि जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली में बुनियादी ढांचे का विकास केंद्र सरकार द्वारा जारी निधि से किया गया है. दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का कहना है कि प्रगति मैदान में भारत मंडपम, मथुरा रोड समेत दिल्ली के कई हिस्सों में जो बदलाव दिखाई दे रहा है वो केंद्र सरकार के कोटे से किए गए हैं. शहीदी पार्क, राजघाट परिधीय क्षेत्र, असिता 2 रिवरसाइड बेड, धौलाकुआं से एयरपोर्ट रोड सहित वेस्ट टू वंडर पार्क सभी कार्य केंद्रीय निधि से हुए हैं. दिल्ली सरकार पर सवाल उठाया कि आज राजधानी में इतनी बड़ी संख्या में इलेक्ट्रिक बसें दौड़ रही हैं, ये सब केंद्र सरकार के विजन से संभव हो पाया है. अब दिल्ली सरकार इन सारे कार्यों को श्रेय लेना चाहती है.