जनपद प्रतापगढ़ के लालगंज थाना क्षेत्र के लालगंज डाकघर में उसे वक्त हड़कंप मच गया, जब अचानक सीबीआई (CBI) की टीम आ धमकी. इस दौरान सीबीआई में एक डाक सहायक को हिरासत में लेकर घंटों तक पूछताछ की. जिसके बाद डाक कर्मचारी को कोतवाली लेकर चली गई.
दरअसल पूरा मामला लालगंज कोतवाली के ठीक सामने स्थित पोस्ट ऑफिस का है. बताया जा रहा है कि सीबीआई की टीम डाक कर्मचारियों के खिलाफ अपने थाने में कुछ दिन पहले एफआईआर दर्ज की थी. जिसको लेकर आज छापेमार कार्रवाई की है.
सीबीआई की टीम शाम साढ़े पांच बजे लालगंज डाकघर पहुंची. रिश्वतखोरी की शिकायत को लेकर टीम ने डाकघर के बाबू से बंद कमरे में तकरीबन 1 1 घंटे तक पूछताछ की. इधर डाकघर कार्यालय पहुंचते ही सीबीआई ने सहायक पुलिस अधीक्षक अमित जैन को जानकारी दी. जिसके बाद कार्यालय को खाली करवाते हुए सभी दरवाजे बंद करवा दिए.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीबीआई की टीम ने डाकघर में आरडी फिक्स्ड डिपॉजिट समेत कई अभिलेखों की जांच की. जिसके बाद वहां मौजूद अन्य एजेंट से बात की. इसके अलावा डाकघर के एक बाबू से भी घंटेभर पूछताछ की.
पूछताछ खत्म होने के बाद सीबीआई में बाबू को अपने साथ लेकर थाने पहुंची. जहां पुलिस से सहयोग की बात की. जिसके बाद सीबीआई स्थानीय पुलिस के साथ आरोपी बाबू को लेकर उसके घर पहुंची और उसके घर की तलाशी ली.
बताया जा रहा है कि सीबीआई बीते दो दिनों से डाक कर्मचारी की गतिविधियों पर नजर बनाये हुई थी. जिसकी पूरी छानबीन कर रही थी. जिसके बाद आज कार्रवाई की. सीबीआई अब आरोपी कर्मचारी को लखनऊ शाखा ले जाकर पूछताछ कर सकती है. जहां सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा. इधर कार्रवाई के दौरान कर्मचारी के पास रकम भी बरामद होने की बात सामने आ रही है.
क्या था पूरा मामला
सीबीआई ने लखनऊ में डाकघर के भेंभौरा निवासी एजेंट राम चंद्र त्रिपाठी की शिकायत पर डाककर्मी निशांत पांडेय के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है. जिसमें भ्रष्टाचार का आरोप लगा था. आज सीबीआई ने घूस मांगते डाककर्मी निशांत पांडेय को रंगेहाथो पकड़ा है. निशांत पर एफडी से मिले कमीशन में से 9600 रिश्वत मांगने का आरोप है.