मनेंद्र पटेल, दुर्ग. जिले में साल 2017 के सबसे बड़े हत्याकांड मामले में आरोपी मनीष यादव को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश संजीव कुमार टामक की कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. शिवा कोचिंग में पढ़ने वाले 21 वर्षीय आरोपी मनीष यादव ने कोचिंग संस्थान की मैनेजर कुलदीप कौर की रहस्यमयी ढंग से हत्या कर दी थी.

आरोपी युवक

49 वर्षीय कुलदीप कौर और मनीष यादव के बीच नाजायज रिश्ते की बात समाने आई थी, लेकिन जब मनीष किसी और लड़की के प्यार में पड़ गया तो उससे शादी करने में कुलदीप से रिश्ता आड़े आने लगा. इस मामले में आरोपी मनीष को पुलिस ने गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया था.

मृतिका कोचिंग मैनेजर

मनीष कुछ समय पहले यहां से चला गया, लेकिन मोबाइल पर मैसेज और चैटिंग चलती रही. वहीं मनीष ने कुलदीप कौर की ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर महिला को बहुत ही रहस्यमयी तरीके से मौत के घाट उतारा. मनीष और कुलदीप उतई थाना क्षेत्र की सीमा पर गए और मनीष ने मौका पाकर कुलदीप का गला चुनरी से घोंटकर मार डाला और लाश को उतई थाना क्षेत्र के सीआईएसएफ ग्राउंड के सुनसान झाड़ियों में फेंक दी और कार लेकर धमधा, देवकर होते हुए अंबिकापुर पहुंच गया. आरोपी ने कार का रंग भी बदल दिया था. अब पांच साल की ट्रायल के बाद कोर्ट ने आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है.