रायपुर. राजधानी के रेलवे स्टेशन में अस्थि बाधित नेत्रहीन दिव्यांगजनों को अब भटकने या परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ेगी. शुक्रवार को रेलवे डीआरएम संजीव कुमार ने ब्रेल लिपि के साइन बोर्ड का शुभारंभ किया. ब्रेल लिपि साइन बोर्ड रेलवे स्टेशन और परिसर में लगाने का काम यंग इंडियंस संस्था ने किया है.

ब्रेल लिपि के साइन बोर्ड रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर रेलवे स्टेशन की सीढ़ी और एस्केलेटर में लगाए गए हैं. जिससे दिव्यांगजनों को एक प्लेटफार्म से लेकर दूसरे प्लेटफार्म तक जाने के साथ ही टिकट काउंटर में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आएगी और दिव्यांगजन बिना किसी सहारे के अपना काम अकेले कर सकेंगे.

देश के कई शहरों के रेलवे स्टेशन पर ब्रेल लिपि साइन बोर्ड पहले ही लगाया जा चुका है, लेकिन राजधानी रायपुर के रेलवे स्टेशन पर दिव्यांगजनों के लिए ब्रेल लिपि साइन बोर्ड पहली बार लगाया गया है, जिससे दिव्यांगजनों को काफी राहत मिलेगी और उन्हें किसी सहारे की जरूरत नहीं पड़ेगी. दिव्यांगजन रेलवे स्टेशन पर आसानी से एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म तक जाने के साथ ही टिकट काउंटर तक पहुंच सकेंगे.

मेटल डिटेक्टर के पास पूरे स्टेशन का लेआउट ब्रेल लिपि में लगाया गया है. इसके जरिए दिव्यांग स्टेशन के गेट नंबर 2 पर पहुंचते ही इन साइन बोर्ड की मदद से किसी भी प्लेटफार्म पर जाकर अपनी ट्रेन पकड़ सकेंगे और आने वाले स्टेशन के बाहर आ सकेंगे. मुख्य लेआउट पर टच कर प्लेटफार्म नंबर 1 से 7 तक जाने का मार्ग उनकी दूरी लिफ्ट एस्केलेटर वेटिंग हॉल शौचालय कैंटीन स्टेशन मैनेजर का कार्यालय पार्सल रिजर्वेशन ऑफिस की दूरी जाने के रास्ते सब कुछ आसानी से पहुंच सकेंगे.

रेलवे के डीआरएम संजीव कुमार ने कहा, राजधानी के रेलवे स्टेशन में यह एक शुरुआत है. रेलवे स्टेशन की परिसर में लगभग 200 जगह पर ब्रेल लिपि के साइन बोर्ड लगाए गए हैं. यंग इंडियन संस्था की ओर से यह पहल की गई है. रेलवे इसमें फीडबैक लेगी और कुछ सुधार की जरूरत पड़ेगी तो इसमें सुधार की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस ब्रेल लिपि के साइन बोर्ड लग जाने से दिव्यांगजनों को काफी मदद और राहत मिलेगी क्योंकि सूचना ही सफलता की कुंजी है.

वही यंग इंडियंस संस्था का कहना है कि देश के कई रेलवे स्टेशन में ब्रेल लिपि में साइन बोर्ड लगाकर ब्रेल फ्रेंडली बनाया गया है, लेकिन रायपुर में यह प्रयोग पहली बार दिव्यांगजनों के लिए किया गया है. दिव्यांग बच्चे जो देख नहीं सकते सुन नहीं सकते या फिर चल नहीं सकते उनको बिना किसी मदद के रेलवे स्टेशन में काफी परेशानी होती थी, जिसे देखते हुए संस्था ने यह पहल की है. ब्रेल लिपि को फील करके दिव्यांगजन रेलवे स्टेशन में एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से पहुंच सकते हैं.